मुंबई, : अभिनेता अजय देवगन ने बॉलीवुड में 100 फिल्में पूरी कर ली हैं। उनकी पत्नी और अभिनेत्री काजोल ने सोशल मीडिया पर अजय के फिल्मी सफर वाला एक खूबसूरत पोस्ट साझा किया।
काजोल ने इंस्टाग्राम पर अजय की 100 फिल्मों के किरदारों के कोलाज से बनी अजय की अगली फिल्म “तानाजी: द अनसंग वारियर” में उनकी एक तस्वीर साझा की।
काजोल ने लिखा, “30 साल और 100 फिल्में। यह मौका बहुत खास है। “फूल और कांटे”से लेकर “जख्म”, “गोलमाल”, “शिवाय” और अब “तानाजी” , हर फिल्म की रिलीज और हर किरदार के साथ मैंने तुम्हें बढ़ते हुए देखा है। मुझे तुम पर गर्व है और 100 फिल्में पूरी करने की बधाई।''
काजोल ने अजय के फिल्मी सफर वाला एक वीडियो भी साझा किया।
अजय की फिल्मों के दृश्य साझा करते हुए काजल ने लिखा, “ कहानियां हमें प्यार, दर्द, हँसी, जश्न, एहसास,विश्वास , सपनों से अवगत कराती हैं। 30 साल और 100 फिल्में और बहुत सारी कहानियां। अजय देवगन की 100 फिल्में।”
सुपरस्टार शाहरुख खान ने भी अजय देवगन को इस सफर के लिए बधाई दी।
उन्होंने लिखा, “मेरे दोस्त अजय देवगन को 100 फिल्में पूरी करने की शुभकामनाएं। एक साथ मोटरसाइकिलों पर सवार होकर ....आपने एक लंबा सफर तय कर लिया है... ऐसे ही बेहतरीन फिल्में देते रहीए।तानाजी के लिए शुभकामनाएं।”
अजय देवन के प्रोडक्शन हाउस एडीएफएल और भूषण कुमार के टी-सीरिज द्वारा निर्मित फिल्म “तानाजी” का निर्देशन ओम राउत कर रहे हैं। इस फिल्म में काजोल ने भी काम किया है और यह फिल्म 10 जनवरी को दर्शकों के सामने आएगी।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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