शिमला, : हिमाचल प्रदेश सरकार ने एक गांव में जादू टोने के संदेह में 81 वर्षीय बुजुर्ग महिला का मुंह काला कर और उसे जूतों की माला पहनाकर घुमाने के मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम बनायी है। राज्य सरकार ने इस संबंध में सोमवार को उच्च न्यायालय को सूचित किया ।
राज्य सरकार ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी बनायी गयी है ।
अदालत के ध्यान में लाया गया कि इस मामले में नौ नवंबर को मंडी जिले के सरकाघाट थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी ।
मुख्य न्यायाधीश एल नारायण स्वामी और न्यायमूर्ति ज्योत्सना रेवाल दुआ की पीठ ने मामले पर सुनवाई करते हुए सरकार से छह हफ्ते के भीतर छह नवंबर को समाहाल गांव में बुजुर्ग महिला को प्रताड़ित करने के मामले में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने को कहा । पीठ ने 10 और 11 नवंबर को विभिन्न अखबारों में प्रकाशित खबरों का स्वत: संज्ञान लेते हुए उसे जनहित याचिका में बदलते हुए ये आदेश जारी किया।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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