नयी दिल्ली, : इसरो के पूर्व चेयरमैन के. कस्तूरीरंगन एनआईआईटी विश्वविद्यालय के नये प्रमुख बने हैं।
इसकी घोषणा एनआईआईटी विश्वविद्यालय के 11वें सालाना व्याख्यान में नीमराना में शनिवार को की गयी।
कस्तूरीरंगन पूर्व सांसद कर्ण सिंह का स्थान लेंगे।
कस्तूरीरंगन 1994 से 2003 तक इसरो के प्रमुख रहे हैं। उन्हें पद्मविभूषण सम्मान मिल चुका है। वह राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके हैं।
एनआईआईटी विश्वविद्यालय के संस्थापक और चेयरमैन राजेंद्र एस. पवार ने कहा, ''हम संस्थापक चेयरपर्सन के रूप में विश्वविद्यालय को शुरुआती सालों में मार्गदर्शन देने के लिये डॉ. कर्ण सिंह के आभारी हैं। भविष्य के शैक्षणिक संस्थानों के स्वरूप पर उनके दृष्टिकोण ने पिछले 10 साल में हमारा मार्गदर्शन किया।''
उन्होंने कहा कि कस्तूरीरंगन के शानदार अनुभव से विश्वविद्यालय को नया दृष्टिकोण देने में हमें मदद मिलेगी।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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