चित्रकूट। मा0 उच्च न्यायालय के आदेश को ठेंगा दिखा रहे डीजे के शौकीन। ख़ाकी बनी अनजान।
हाल ही में उच्च न्यायालय ने शादियों में सड़कों पर डीजे नागिन डांस करने वालो की नागमणि भले ही छीन ली हो लेकिन डीजे में नागिन डांस करने वाले शौकीन आज भी सड़को पर डीजे की धुन में नाचते दिख रहे हैं। शहर मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों तक शादियों में जमकर डीजे बजाए जा रहे हैं लेकिन ज़िला पुलिस पूरी तरह मूकदर्शक बनी हुई है और खुशियों के माहौल में सराबोर बराती उच्च न्यायालय के आदेशों का जमकर उलंघन कर रहे हैं।
अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इस तरफ कब सख्त रुख अख्तियार करते हुए न्यायालय के आदेशों की आबरू बचाने का कदम उठाएगा?
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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