अमरोहा। नगर के जोया मार्ग पर स्थित प्रीत विहार कॉलोनी की महिलाएं सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंची। उन्होंने डीएम दफ्तर में प्रार्थना पत्र देकर प्रीत विहार कॉलोनी में सड़क बनवाने की गुहार लगाई। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पालिका प्रशासन सड़क बनवाने की उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उनका कहना था कि पहले नपाई हो चुकी थी प्रस्ताव भी पारित हुआ था लेकिन अभी तक उनके इलाके में सड़क निर्माण का कार्य शुरु नहीं किया गया है। इससे पहले भी लगभग छः माह पहले भी डीएम दफ्तर में शिकायत कर चुकी है लेकिन अभी तक सड़क का काम नहीं हुआ है इसलिए वह लोग आज फिर से जिला अधिकारी दफ्तर पहुंचे हैं हालांकि जिलाधिकारी से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई लेकिन डीएम दफ्तर में बैठे एसडीएम मांगे राम चौहान ने उनकी शिकायत ऑनलाइन दर्ज कराने के लिए भेज दिया। उनका कहना है कि नगर पालिका प्रशासन को उक्त समस्या के संबंध में निर्देशित किया जाएगा और बहुत जल्द इनकी समस्या का निस्तारण कराने की कोशिश की जाएगी
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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