बलिया (उप्र), : बलिया जिले की एक अदालत ने 'ऑनर किलिंग' (झूठी शान के लिए हत्या) के तीन साल पुराने मामले में दोषी दो लोगों को उम्रकैद और जुर्माने की सजा सुनायी है।
अभियोजन पक्ष के अनुसार सुखपुरा थानाक्षेत्र के कुर्थिया ग्राम में 21 मई 2016 को कक्षा 11 की छात्रा सरस्वती (18) की हत्या करके शव को जला दिया गया था और जले हुए शव को बोरे में भरकर एक सुनसान झोपड़ी में छुपा दिया गया था।
इस मामले में चौकीदार नन्द लाल पासवान ने सरस्वती की माँ दुर्गावती और चाचा बिरदा गोंड के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले की छानबीन के बाद पाया कि दुर्गावती को शक था कि उसकी बेटी के एक युवक से अवैध संबंध हैं, इसीलिए उसने गोंड की मदद से उसकी हत्या कर दी।
अपर जिला न्यायाधीश प्रण विजय सिंह की अदालत ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद मंगलवार को दुर्गावती और बिरदा गोंड को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास तथा 10-10 हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनायी।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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