आज ही के दिन बनकर तैयार हुआ था देश का संविधान : मनु शर्मा


अमरोहा।  उत्तर प्रदेश अधिवक्ता वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में जनपद न्यायालय परिसर अमरोहा में संविधान दिवस मनाया गया। जिसमें अधिवक्ताओं ने संविधान की प्रासंगिकता विषय पर अपने विचार रखें। सोमवार को जोया रोड स्थित जनपद न्यायालय परिसर में अधिवक्ता दिनेश सिंह के चेंबर पर संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश अधिवक्ता वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनु शर्मा एड. ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था। इसे संविधान सभा द्वारा अंगीकृत किया गया था। जबकि देश में संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। इसीलिए भारतीय लोकतंत्र में 26 नवंबर को संविधान दिवस या विधि दिवस के रूप में उसे मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि वास्तव में यह लोकतंत्र का उत्सव के रूप में मनाया जाना चाहिए। यही इसकी प्रासंगिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि संविधान भारत की आत्मा है। जिसमें निहित होकर ही लोकतंत्र के प्रत्येक स्तंभ विधायिका, न्यायपालिका एवं कार्यपालिका स्वतंत्र रूप से कार्य करते हैं। संविधान के बल पर ही देश की सर्वोच्च संस्था संसद द्वारा कानूनों का निर्माण किया जाता है। जबकि इसे लागू करने का कार्य कार्यपालिका करती है। साथ ही कानूनों को संविधान के अनुसार उनकी समीक्षा करने का कार्य न्यायपालिका का होता है। भारतीय प्रत्येक कानून संविधान में वर्णित अधिकारों एवं कर्तव्यों में ही निहित हैं। उससे इतर जाकर कोई भी विधि लागू नहीं हो सकती। यही वास्तव में संविधान की प्रासंगिकता है। इस अवसर पर सूर्य प्रताप सिंह, दिनेश सिंह, संजीव जिंदल, खुसरो नदीम, सचिन गुप्ता, वीर सिंह सैनी, परम सिंह सैनी, विनोद (सैनी) खांडेवाल, प्रमोद शर्मा, अशोक कुमार शर्मा, चौधरी धर्मेंद्र सिंह, लखपत सिंह राणा, कुं० जीनत आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।

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