लखनऊ : महान संत गुरूनानक देव जी की जयन्ती एवं 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राजधानी के सदर गुरूद्वारा एवं आलमबाग गुरूद्वारा पहुंचकर मत्था टेककर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि एवं उन्नति की कामना की, तत्पश्चात गुरूद्वारे के लंगर में प्रसाद ग्रहण किया।
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने बताया कि इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज इस पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को गुरूनानक देव जी के बताये रास्ते पर चलते हुए समाज में भेदभाव, ऊंच-नीच, आपसी वैमनस्य को त्यागकर समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने का संकल्प लेने की आवश्यकता है। उन्होने प्रदेशवासियों से अपील की है कि आपसी प्रेम, सौहार्द और भाईचारा बनाये रखने का संकल्प ही गुरूनानक देव जी का प्रमुख उपदेश था, जिसे हम सभी को अपने जीवन में आत्मसात करते हुए देश व प्रदेश के विकास में अपना योगदान देना चाहिए।
प्रदेेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ इस मौके पर प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस के सचिव एवं प्रभारी लखनऊ रमेश कुमार शुक्ल, श्री सरबजीत सिंह मक्कड़, श्री वेद प्रकाश त्रिपाठी, श्री दिलप्रीत सिंह, श्री संजय सिंह, श्री रनवीर सिंह कलसी, श्री शैलेन्द्र तिवारी पूर्व पार्षद, श्री मनोज तिवारी, श्री तारिक सिद्दीकी, श्री जीवनलाल श्रीवास्तव, श्री संदीप पोद्दार आदि तमाम कांग्रेसजन शामिल रहे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ