चित्रकूट। गुजरी फरवरी 2019 को सद्गुरु विद्यालय चित्रकूट से फिल्मी अंदाज में स्कूल बस से तेल व्यापारी के 2 बेटों के हुए अपहरण और हत्या की घटना से जहां पूरा उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश थर्रा उठा था तो वहीं सरकारी मशीनरी के आश्वासनों से मृतक बच्चो के पिता की आत्मा अब पस्त पड़ चुकी है। बच्चों के पिता ब्रजेश रावत ने कहा कि 1 वर्ष पूरा होने वाला है लेकिन यूपी-एमपी की सरकारी मशीनरी अपराधियों को जेल भेजने के बाद महज़ जांच के नाम पर उलझाए हुए है। रावत ने कहा कि अपराधियों की सियासी पकड़ होने के चलते उन्हें बचाया जा रहा है। घटना के बाद दोनों प्रांतों के सियासी दिग्गजों ने घर आकर झूठा आश्वाशन दे अपनी सियासी रोटियां सेकने का काम किया है।
रावत ने कहा कि इतने लंबे वक्त के बाद आज फोरेंसिक टीम ने अपराधियों की घटना की पूरी आपसी चैट को पकड़ा है जिसमे अपराधियों ने घटना कैसे करनी है और कहाँ-कब बच्चो को मारना है, जैसी चैट आपस मे करके डिलीट की गई है।
ब्रजेश रावत बोले कि इतने दिनों के बाद पुलिस मात्र इतना काम कर पाई है ऐसे में पुलिस से और उम्मीद करना बेकार है जिसके चलते उनके द्वारा इस मामले में सीबीआई जांच की कई बार मांग की गई है लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन मिला है। मृतक के पिता का कहना है कि बेगुनाह तो भगवान के पास है लेकिन गुनाहगार आज भी सीखचों के साये में सुरक्षित पल रहे हैं। सरकारी मशीनरी अगर ज़िम्मेदारी से कार्य कर रही होती तो निश्चित अब तक हत्यारो को सज़ा सुना दी गई होती। फिलहाल मृतक बच्चो की निर्मम हत्या के मामले में समाज के आंसू भले सूख गए हों पर परिजन सरकारी सिस्टम से आजिज़ आकर आज भी खून के आंसू रो रहे दर-बदर न्याय की गुहार लगाते फिर रहे हैं।
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