अमरोहा। दीपावली की पूर्व संध्या अर्थात दीपावली से पहले मनाई जाने वाली छोटी दीवाली के मौके पर पूरे शहर को रौशनी से जगमगाया गया है। जिधर देखो रौशनी ही रौशनी है। शहर का ऐसा कोई बाजार, कोई चौराहा व कोई गली ऐसी नहीं है, जिसमें रौशनी न हो। पूरा शहर रात में भी रौशनी बिखेर रहा था। जबकि बीती रात्रि धनतेरस के अवसर पर देर रात तक बर्तनों की खरीदारी जारी रही। सभी बाजारों में विशेष कर बर्तन की दुकानों में भीड़ लगातार बढ़ती रही। दूसरी ओर सर्राफा बाजार में रौशन देखते ही बनती थी। बताया जाता है कि बीते दिन धनतेरस के अवसर पर जिले में करोड़ों रुपय का कारोबार हुआ। जिससे दुकानदारों के चेहरे खिले हुए नजर आए। शनिवार को दिन भरी दीपावली मनाए जाने की तैयारी चलती रही। मिष्ठान की दुकानो को पूरी तरह से सजाया गया है। आज से ही एक दूसरे के यहां मिठाई भेजे जाने का क्रम शुरु हो गया है। मिठाई की दुकानों में विशेष रुप से बनाए गये मिष्ठान के खिलौने की बिक्री खूब हो रही है। सरकारी इमारतों के साथ ही निजी भवनों को भी खूब सजाया व संवारा गया है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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