अमरोहा। थाना कोतवाली के मोहल्ला कोट पुलिस चौकी क्षेत्र में खंडेलवाल मंदिर के सामने एक खाली पड़े प्लाट में खड़ी मारुति कार से चोरों ने बीती रात दो टायर चोरी कर लिये। यह कार मोहल्ला चिल्ला निवासी असलम नामक व्यक्ति की है।जानकारी के अनुसार मौहल्ला कोट में खंडेलवाल मंदिर के सामने एक खाली प्लाट पड़ा है। जिसे लोगों ने अस्थायी रूप से पार्किंग स्टैंड बना रखा है। इसमें मोहल्ले व गैर मौहल्ले के लोगों की ही गाडि़यां खड़ी रहती हैं। यहाँ चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह बीते कुछ सालों में चोर उचक्के कई वारदातों को अंजाम दे चुके है। जिनका आज तक कोई खुलासा नहीं हुआ है। बीते पांच साल के अंदर चोर उचक्कों ने एक कार चोरी कर ली थी। इसी मौहल्ले निवासी एक महिला से दिन दहाड़े गले की चैन तोड़ कर एक उचक्का भाग गया था। एक व्यक्ति की कार की डिक्की से करीब दस हजार का सामान चोरी कर और उस गाड़ी के चारों टायर में पंचर कर दिया था। इसके अलावा एक इसी प्लाट पर खड़ी एक कार को पत्थर मार कर क्षतिग्रस्त कर दिया था। एक अन्य कार से डेक व उसके दो टायर चोरी कर लिए थे। अभी महीने भर पहले ही मोहल्ले के एक हकीम जी के क्लीनिक से दोपहर में एक कबाड़ी रिक्शा वाला बैटरा और 6 कुर्सी चोरी कर ले गया था। काफी तलाशने के बाद भी उस कबाड़ी रिक्शा वाले का आज तक कुछ पता नहीं चला। और कुछ दिन पहले ही दिनदहाड़े एक व्यक्ति के हाथ से एक बाइक सवार व्यक्ति मोबाइल छीन कर ले गया था। जब वह व्यक्ति किसी से फोन पर बात करता हुआ जा रहा था। लगातार मोहल्ले में हो रही चोरी की वारदातों से मोहल्ले वासियों में गुस्सा पनपता जा रहा है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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