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परिवहन निगम आई0आई0एम0 के सहयोग से यात्रियों को उपलब्ध कराएगा बेहतर सेवाएं


यात्रियों को सुरक्षित और सर्वोत्तम सेवा प्रदान करने के लिए आईआईएम लखनऊ के छात्र एवं उत्तर प्रदेश परिवहन निगम एक साथ मिलकर सर्वोत्तम प्रक्रियाओं का अध्ययन एवं क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे। यह जानकारी प्रबंध निदेशक, उ0प्र0 राज्य सड़क परिवहन निगम डाॅ0 राज शेखर ने दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने और सेवाओं को बेहतर करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर ''सर्वोत्तम अभ्यास के कार्यान्वयन'' और उसके सफलता पूर्वक संचालन के लिए आईआईएम लखनऊ की टीम के सहयोग से एक केस स्टडी तैयार की गयी है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम मुख्यालय टीम ने आईआईएम छात्रों की टीम के साथ दो सत्रों में विस्तृृत चर्चा की और ''यात्री सुरक्षा बढ़ाने एवं सेवाओं में सुधार'' पर विस्तृृत अध्ययन के लिए प्राथमिकताएं तय की गई हैं।

प्रबंध निदेशक ने बताया कि आईआईएम लखनऊ के स्टेªटेजिक मैनेजमेंट हेड श्री क्षितिज अवस्थी, केस स्टडी का नेतृृत्व करेंगे। पहले चरण में, आईआईएम लखनऊ के 4 सदस्य छात्रों की एक टीम उत्तर प्रदेश में यात्रियों की सुरक्षा और यात्री सेवाओं के लिए मौजूदा प्रावधानों के बारे में विस्तार से अध्ययन करेगी। यह टीम वर्तमान परिदृृश्य का आकलन करने और सर्वोत्तम संभव का सुझाव देने के लिए उत्तर प्रदेश के 4 क्षेत्रों (पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य उत्तर प्रदेश और बुदेलखंड क्षेत्र) का अध्ययन करेगी। दूसरे चरण में 4 सदस्यों की टीम अन्य राज्यों की सड़क परिवहन निगम की सर्वोत्तम प्रचलन और दुनिया के अन्य हिस्सों मे अपनाई जाने वाली सर्वोत्तम अभ्यास का अध्ययन करेगी। जिन्हें आसानी से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में अपनाया जा सकता है।

डाॅ0 राज शेखर ने बताया कि केस स्टडी और अंतिम रिपोर्ट की प्रस्तुति के लिए तीन महीने का समय निर्धारित है। दिसम्बर 2019 में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। आईआईएम लखनऊ टीम द्वारा अन्तिम रिपोर्ट की प्रस्तुति करने के बाद उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बोर्ड यात्रियों की सुरक्षा और सेवाओं में सुधार के लिए लागू किए जाने वाले सुझावों को सूचीबद्ध करेगा।  

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