चित्रकूट। बीते दिनों चित्रकूट के बीहड़ में मारे गए डकैत दस्यु बबली कोल व दस्यु लवलेश कोल खात्मे का सेहरा अपने सर बाँध बधाइयां बटोर रही एमपी पुलिस के लिए ये खुशियां अब गले की हड्डी बनती जा रही हैं। बीते दिनों यूपी पुलिस ने बीहड़ में मुठभेड़ के दौरान बबली गैंग के सबसे ख़ास शार्पशूटर दस्यु सोहन कोल को गिरफ्तार किया था जिसने अपने हाथो से बबली और लवलेश कोल डकैत के खात्मे की बात कहते हुए कहा था कि उन्हें मैंने खुद मरा है एमपी पुलिस झूठ बोल रही है जिसके बाद एमपी पुलिस अपनी इज़्ज़त बचाने के लिए गैंग के कैज़ुअल मेंबर लाले कोल को गिरफ्तार कर यूपी पुलिस के मंसूबो को शिकस्त देने की फिराक में थी जिसके बाद यूपी पुलिस ने एक बार फिर एमपी पुलिस के खिलाफ गैंग का खात्मा करने वाले डकैत सोहन के साथी १ लाख के इनामिया दस्यु संजय कोल को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया हैं जिस डकैत ने मीडिया से कहा है कि गैंग के दोनों सरगनाओं को उसने अपने हाथो से सोहन के साथ मिलकर ढेर किया था। डकैत साथी के कमर में बंधी मिले कारतूस के पट्टे को एमपी पुलिस ने खुद बाँधा था। डकैत संजय ने कहा कि एमपी पुलिस पगला गई है वो झूठ बोल रही है कि गैंग को एमपी पुलिस ने मुठभेड़ में मारा है जबकि उसको असल में हम तीन साथियों ने मिलकर मौत के घाट उतारा है। दस्यु सोहन कोल के बाद दस्यु संजय के बयान ने एमपी के खाकी की किरकिरी कर दी है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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