उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यहां राजभवन परिसर स्थित श्री सत्य साईं बाबा पूर्व माध्यमिक विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय में भारतीय स्टेट बैंक द्वारा सामाजिक सेवा बैंकिंग के अन्तर्गत स्कूल एवं बच्चों के लिए उपलब्ध कराये गये खेलकूद, संगीत एवं अध्ययन आदि सम्बन्धी उपकरण एवं सामग्री का वितरण किया।
बच्चों को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि एक माह पहले जब मैं पहली बार इस विद्यालय के बच्चों से मिली थीं तो उस समय इन बच्चों के चेहरे पर मायूसी एवं निराशा के भाव थे, लेकिन यह देखकर मुझे खुशी हो रही है कि आज इन बच्चों के चेहरे पर खुशी एवं आशा के भाव दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे मेहनत और दिल से पढ़े, तभी आगे चलकर अच्छे इंसान और अधिकारी बन सकेंगे। उन्होंने बच्चों को स्वच्छता के प्रति विशेष ध्यान देने को कहा और उनसे वचन लिए कि वे अपने घर, स्कूल एवं आस-पास को स्वच्छ रखेंगे तथा गंदगी नहीं फैलाएंगे।
इस अवसर पर राज्यपाल ने स्कूल की शिक्षिकाओं से कहा कि वे बच्चों को प्रयोगों (म्गचमतपउमदज) के माध्यम से शिक्षा दें, जिससे बच्चे आसानी से उसे सीख सकें। उन्होंने कहा कि बच्चों को उनकी योग्यता के अनुसार श्रेणियों में बांटकर सबसे कमजोर बच्चे पर विशेष ध्यान दें। बैंक द्वारा उपलब्ध कराये गये वाद्ययंत्र, लैपटाप, कम्पयूटर तथा खेल सामग्री आदि का समुचित उपयोग बच्चों को सिखाने में करें। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया वे इस स्कूल को एक माॅडल स्कूल के रूप में विकसित करें। उन्होंने कहा कि वातावरण में परिवर्तन होने पर पढ़ने और पढ़ाने दोनों में मन लगता है और खुशी मिलती है।
श्रीमती पटेल ने स्टेट बैंक आॅफ इंडिया के प्रति आभार व्यक्त करते हुए आशा व्यक्त की कि वे भविष्य में भी इस तरह के सामाजिक एवं नेक कार्य में सहयोग देते रहेंगे।
इस अवसर पर राज्यपाल के विशेष सचिव डा0 अशोक चन्द्र, एस0बी0आई0 की सी0जी0एम0 श्रीमती सलोनी नारायण, जी0एम0 नेटवर्क श्री सतीश बी0 पटवर्द्धन, सी0डी0ओ0 श्री सी0बी0के0 सिंह, डी0जी0एम0 श्री पी0के0 दास, विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती उषा आर्या सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ