लखनऊ - भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य प्रत्याशी के रूप में सुरेन्द्र सिंह नागर व संजय सेठ ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ पार्टी के दोनों उम्मीदवार प्रातः 10.30 बजे पार्टी के प्रदेश मुख्यालय से राज्यसभा सदस्य हेतु नामांकन दाखिल करने के लिए विधानसभा की ओर निकले। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डा0 दिनेश शर्मा के साथ पार्टी के विधानमण्डल दल कार्यालय से निकले सुरेन्द्र सिंह नागर व संजय सेठ ने प्रातः 11.15 बजे राज्यसभा के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। पार्टी के विधानमण्डल कार्यालय पर राज्य मंत्री परिषद के सदस्य, पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी व विधायक गण उपस्थित हुए जो नामांकन के लिए साथ चले।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भाजपा प्रत्याशियों के साथ नामांकन में जाने से पूर्व प्रदेश मुख्यालय के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में कहा कि भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता पार्टी के सम्मान के लिए काम करता है। मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार और योगी जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार गांव, गरीब, किसान, नौजवान, अनुसूचित, अगड़े-पिछडे़ सभी के जीवन स्तर को सुधारते हुए लोगों के चेहरों पर मुस्कुराहट लाने का काम कर रहे है। भाजपा सरकार ने भय-भूख और भ्रष्टाचार का अंत हुआ है। हमें पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में जनकल्याण की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना है।
संजय सेठ व सुरेन्द्र सिंह नागर ने प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डा0 दिनेश शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर, प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला, राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ला, प्रदेश प्रवक्ता डा0 समीर सिंह, डा0 चन्द्रमोहन, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित, राज्य मंत्री परिषद के सदस्य सुरेश खन्ना, उपेन्द्र तिवारी, राम नरेश अग्निहोत्री, कमला रानी वरूण, वीरेन्द्र सिंह सिरोही आदि की मौजूदगी में राज्यसभा के लिए अपना नामांकन दाखिल किया।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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