लखनऊः - प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बाबू कुंजबिहारी वार्ड के सफाई कार्य के पर्यवेक्षण में तैनात सफाई एवं खाद्य निरीक्षक मीरा राव तथा जोनल सेनेटरी अधिकारी दिलीप डे को निलंबित किए जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही नगर अभियंता प्रभारी जोनलअधिकारी सुभाष त्रिपाठी, एस. सी. सिंह एवं गंगाराम गौतम का एक दिन का वेतन काटने के भी निर्देश दिए हैं । सफाई सुपरवाइजर (संविदा) राजीव को सेवा से पृथक किए जाने का निर्देश दिए हैं।
नगर विकास मंत्री आज विभिन्न वार्डों में स्थलीय निरीक्षण कर रहे थे। निरीक्षण के दौरान जोन 5 अंतर्गत बाबू कुंजबिहारी वार्ड स्थित अर्जुन नगर मोहल्ले में आर्य समाज मंदिर भवन के सामने स्थित नाले पर काफी मात्रा में कूड़ा एकत्रित पाया गया तथा नाले की सफाई ना होने के कारण जल निकासी अवरुद्ध थी। यहां पर स्थित पार्क की स्थिति अत्यंत दयनीय पाई गई पार्क का नियमित अनुरक्षण ना किए जाने के कारण पार्क में झाड़ियां उगी हुई थी। यहां पर मैनहोल खुला हुआ होने के कारण दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है। मंत्री जी ने इसे गंभीरता से लेते हुए उक्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
नगर विकास मंत्री ने विशेष स्वच्छता अभियान के अंतर्गत जोन 5 के अंतर्गत चित्रगुप्त नगर वार्ड स्थित अंबेडकर नगर मलिन बस्ती, बाबू कुंज बिहारी वार्ड स्थित भीम नगर मलिन बस्ती, जोन 7 अंतर्गत इंदिरा नगर वार्ड स्थिति टीका पुरवा तथा जोन 8 के अंतर्गत इब्राहिमपुर प्रथम वार्ड स्थित उतरेठिया मलिन बस्ती का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जोन 8 के अंतर्गत इब्राहिमपुर प्रथम वार्ड स्थित उत्तरेटिया मलिन बस्ती में स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति के तत्वाधान में मंत्री जी द्वारा रामनाथ दीक्षित पार्क में वृक्षारोपण किया गया। उन्होंने इस पार्क में स्थापित हैंडपंप के खराब होने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए हैंडपंप के तत्काल रिबोर कराए जाने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देशित किया कि इस पार्क के अनुरक्षण हेतु एक क्षेत्रीय निवासियों की समिति गठित कर ली जाए।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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