नयी दिल्ली, - पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आईएनएक्स मीडिया भ्रष्टाचार मामले में अपनी गिरफ्तारी के बाद सीबीआई मुख्यालय के भूतल पर एजेंसी के अतिथि गृह में पूरी रात बिताई। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पी चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया से संबंधित मामले में एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद बुधवार रात उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। एजेंसी के अधिकारी पूर्व वित्त मंत्री को उनके आवास से सीबीआई मुख्यालय ले गये।
उन्होंने बताया कि 73 वर्षीय चिदंबरम को एजेंसी के अतिथि गृह के सुइट नंबर 5 में रखा गया है।
अधिकारियों ने कहा कि उच्च सुरक्षा वाले आरोपियों की उचित सुरक्षा और निगरानी सुनिश्चित करने के लिए उन्हें अतिथि गृह में रखना एजेंसी के लिए सामान्य बात है।
उन्होंने बताया कि चिदंबरम को बुधवार रात करीब 10 बजे सीबीआई मुख्यालय लाया गया। उनके साथ जांच टीम के कई सदस्य मौजूद थे।
अधिकारियों ने कहा कि राम मनोहर लोहिया अस्पताल के एक डॉक्टर द्वारा पूरी चिकित्सा जांच के बाद उन्हें कमरे में ले जाया गया, जहां उन्होंने रात बिताई।
उन्होंने बताया कि सीबीआई अधिकारियों द्वारा पूछे कुछ सवालों के जवाब देने के अलावा अधिकतर समय वह चुप ही रहे।
अधिकारियों ने कहा कि आईएनएक्स मीडिया के कथित भ्रष्टाचार मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे पुलिस उपाधीक्षक आर पार्थसारथी की निगरानी में गुरुवार सुबह करीब 10 बजे उनसे पूछताछ शुरू होगी।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि चिदंबरम को एक सक्षम अदालत द्वारा जारी वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
चिदंबरम बुधवार की शाम अचानक कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे थे, जहां उन्होंने रात सवा आठ बजे मीडिया को संबोधित किया।
उन्होंने दावा किया कि वह कानून से भाग नहीं रहे हैं एवं उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं।
भाषा कृष्ण शोभना शोभना 2208 1104 दिल्ली जसजस आवश्यक .दिल्ली दि 7 सीबीआई चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ्तार चिदंबरम ने सीबीआई मुख्यालय में बिताई रात नयी दिल्ली, 22 अगस्त (भाषा) पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आईएनएक्स मीडिया भ्रष्टाचार मामले में अपनी गिरफ्तारी के बाद सीबीआई मुख्यालय के भूतल पर एजेंसी के अतिथि गृह में पूरी रात बिताई। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पी चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया से संबंधित मामले में एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद बुधवार रात उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। एजेंसी के अधिकारी पूर्व वित्त मंत्री को उनके आलीशान आवास से सीबीआई मुख्यालय ले गये।
उन्होंने बताया कि 73 वर्षीय चिदंबरम को एजेंसी के अतिथि गृह के सुइट नंबर 5 में रखा गया है।
अधिकारियों ने कहा कि उच्च सुरक्षा वाले आरोपियों की उचित सुरक्षा और निगरानी सुनिश्चित करने के लिए उन्हें अतिथि गृह में रखना एजेंसी के लिए सामान्य बात है।
उन्होंने बताया कि चिदंबरम को बुधवार रात करीब 10 बजे सीबीआई मुख्यालय लाया गया। उनके साथ जांच टीम के कई सदस्य मौजूद थे।
अधिकारियों ने कहा कि राम मनोहर लोहिया अस्पताल के एक डॉक्टर द्वारा पूरी चिकित्सा जांच के बाद उन्हें कमरे में ले जाया गया, जहां उन्होंने रात बिताई।
उन्होंने बताया कि सीबीआई अधिकारियों द्वारा पूछे कुछ सवालों के जवाब देने के अलावा अधिकतर समय वह चुप ही रहे।
अधिकारियों ने कहा कि आईएनएक्स मीडिया के कथित भ्रष्टाचार मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे पुलिस उपाधीक्षक आर पार्थसारथी की निगरानी में गुरुवार सुबह करीब 10 बजे उनसे पूछताछ शुरू होगी।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि चिदंबरम को एक सक्षम अदालत द्वारा जारी वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
चिदंबरम बुधवार की शाम अचानक कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे थे, जहां उन्होंने रात सवा आठ बजे मीडिया को संबोधित किया।
उन्होंने दावा किया कि वह कानून से भाग नहीं रहे हैं एवं उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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