उपराष्ट्रपति ने धरोहर को संरक्षित करने के लिए सरकार और सिविल सोसायटी से हाथ मिलाने का आग्रह किया


भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने सरकार और सिविल सोसायटी से भारत की मूर्त और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए हाथ मिलाने की अपील की है।


उन्होंने कहा कि स्मारकों को संरक्षित और संरक्षित करने के लिए इस तरह की सार्वजनिक-निजी भागीदारी का निर्माण करने एवं सांस्कृतिक परंपराओं और कला रूपों का प्रचार करने के लिए हाल के वर्षों में  एक पहल की शुरूआत कर दी गई है।


आज चेन्नई में पुस्तक - श्री रंगनाथस्वामी टेम्पल, श्रीरंगम: प्रिजर्विंग एंटीक्विटी फॉर पोस्टेरिटी" का विमोचन करने के बाद उन्होंने कहा कि श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में आरंभ की गई संरक्षण परियोजना एक ऐसा ही उदाहरण है।


उन्होंने कहा की प्रत्येक नागरिक का यह पवित्र और देशभक्तिपूर्ण कर्तव्य है कि वह पुरावशेषों को संरक्षित, सुरक्षित और अगली पीढ़ियों कोप्रस्तुत करे।


श्री नायडू ने पुरातात्विक स्थलों से संबंधित देखभाल की कमी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि उन असंख्य खजाने को उपेक्षा और निष्क्रियता के कारण समाप्त नहीं होने दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक समाज के रूप में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को संरक्षित और संरक्षित करने की जिम्मेदारी सभी की है। उन्होंने कहा कि ऐसे महान कारणों को स्वच्छ भारत और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे जन आंदोलनों का रूप लेना चाहिए।


 


यह देखते हुए कि भारत में कला और वास्तुकला, गीत और नृत्य, कविता और थिएटर, पौराणिक कथाओं और धर्मशास्त्र के कई अमूल्य खजाने हैं, उपराष्ट्रपति ने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के सभी संरचनाओं और स्मारकों को संरक्षित और संरक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया।


 


श्री नायडू ने श्रीरंगम में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर के संरक्षण के लिए भारतीय संस्कृति और विरासत ट्रस्ट और वेणुगोपालस्वामी कीनार्यम ट्रस्ट की सराहना की।


 


उपराष्ट्रपति ने कहा कि सभी पुरातत्व विभागों, स्थानीय इंजीनियरिंग विभागों एवं स्थानीय निकायों में काम करने वाले लोगों को पुनः स्थापन कार्य में प्रशिक्षण, ज्ञान और कौशल उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।


 तमिलनाडु के राज्यपाल श्री बनवारीलाल पुरोहित, तमिलनाडु सरकार के हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ मंत्री श्री सेववूर एस. रामचंद्रन, तमिलनाडु सरकार के मत्स्य मंत्री श्री डी. जयकुमार,बोर्ड के ट्रस्टी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।


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