शिक्षामंत्री ने किया स्कूल चलो अभियान-2019 का शुभारम्भ



लखनऊ: -शिक्षा मनुष्य का परिष्कार करती है। हमारे व्यक्तित्व में घुल मिलकर एक अनूठी तस्वीर समाज के सामने प्रस्तुत करती है। यह बात प्रदेश की बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती अनुपमा जायसवाल ने आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठाान में स्कूल चलो अभियान-2019 का शुभारम्भ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा के कारण ही मनुष्य और पशुओं में अन्तर है क्योंकि मनुष्य के पास ज्ञान है, शिक्षा है। शिक्षा हमें असत्य, अंधकार, अज्ञानता जैसे बंधनों से मुक्त करने का काम करती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने उत्तर प्रदेश के बच्चों के भविष्य को संवारने का काम किया है। उनकी प्रेरणा से उ0प्र0 बेसिक शिक्षा विभाग निरन्तर प्रगति की ओर अग्रसर है।

श्रीमती जायसवाल ने कहा कि हम सभी चाहते हैं कि हमारे बच्चे आगे जायं, हर मां-बाप का स्वप्न होता है कि उनका बच्चा उनसे आगे जाय, लेकिन बेहतर निकलने की प्रतिस्पर्धा में कहीं बच्चे का अपना मौलिक गुण खो न जाय। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक बच्चों के अन्दर के मौलिक गुण को निखारने का काम करें, यदि आप ऐसा करते हैं तो आप एक कुशल शिल्पी कहे जाएंगे। उन्होंने कहा कि बच्चा कोरी पटरी होता है जो आप लिख देते हैं वह जीवन भर उसके व्यक्तित्व का हिस्सा बन जाता है। शिक्षक समाज को गढ़ने एवं बनाने का काम करता है। यह गौरव शिक्षकों केे हिस्से में ही आता है कि आप किसी माटी के पुतले में वो जान फूंक देते हैं, और उन गुणों को भर देते हैं कि वह जहां भी जाता है अपने शिक्षक के नाम से जाना जाता है। जो सम्मान शिक्षकों को मिलता है, वह शायद ही किसी को मिलता होगा।

शिक्षामंत्री ने कहा कि आप अपने आस-पास के स्कूलों को गोद लें क्योंकि जब आप उस स्कूल के साथ अपने आपको जोड़ लेते हैं तो आपमें मेरा स्कूल का भाव आ जाएगा और उस स्कूल की स्थिति भी आपके अनुसार बदल जायेगी। मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा से कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों का कायाकल्प हो रहा है। आज उ0प्र0 के सरकारी स्कूलों में तमाम ऐसे स्कूल हैं जिनमें स्मार्ट क्लास चल रही है। विद्यालयों को आकर्षक पेंटिंग, शौचालय, बाउण्ड्रीवाल के साथ-साथ शुद्ध पेयजल, विद्युत तथा पंखे एवं समुचित लाइट की व्यवस्था की गयी है।

स्कूल चलो अभियान से छात्र नामांकन वर्ष 2016-17 से निरन्तर बढ़ रहा है।यह आंकड़ा यह बताता है कि अभिभावकों ने हम पर विश्वास जताया है। बच्चों का मनोबल बढ़ा और समाज  आज बेसिक शिक्षा विभाग को उम्मीद भरी नजरों से देखने लगा है। हमारा लक्ष्य इस वर्ष छात्रों की संख्या को बढ़ाकर 01 करोड़ 80 लाख तक पहुंचाना है। बच्चों को मिलने वाली सभी सुविधाएं-जूता, मोजा, किताबें, स्कूल बैग, यूनिफार्म सभी में गुणवत्तापूर्ण कार्य किया जा रहा है। बच्चों को किताबें समय से मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए हम इस वर्ष को शिक्षा के उन्नयन वर्ष के रूप में मना रहे हैं। 

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा श्रीमती रेणुका कुमार ने कहा कि शिक्षा से मूल्यवान चीज दुनिया में कुछ भी नहीं है क्योंकि शिक्षा सबसे ज्यादा ताकत और उज्जवल भविष्य देती है। सब बच्चे एक मिट्टी की तरह हैं और शिक्षक के हाथ में वो कला है जो इस मिट्टी को सोना में बदल दे। शिक्षक का एक बहुत बड़ा उत्तरदायित्व इन बच्चों के लिए एक अच्छा मार्गदर्शक बनना है। एक अच्छा शिक्षक बच्चों के प्रश्न का उत्तर मात्र नहीं देता है बल्कि प्रश्नों को पूछने के लिए भी प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि वही शिक्षक अच्छा शिक्षक है जो आशा को प्रेरित करता है, कल्पना को प्रज्ज्वलित करता है और सीखने के प्रति प्रेम जगाता है।

कार्यक्रम में बेसिक शिक्षामंत्री ने बच्चों को स्कूल बैग, पुस्तक एवं ड्रेस वितरित किया। इस दौरान बेसिक शिक्षा विभाग की सचिव श्रीमती मनीषा त्रिघाटिया, विशेष सचिव श्री आनंद सिंह, श्री डी0पी0 सिंह, सलाहकार एस0एस0ए0 दिनेश शर्मा, संयुक्त निदेशक गणेश कुमार एवं अक्षय पात्र के जीएम श्री सुनील मेहता, अनूप चतुर्वेदी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक उपस्थित थे।

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