सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

पुलिस के हत्या आरोपियों के जिलेभर में लगाएं वांटेड पोस्टर


रामपुर -बीते दिनों जनपद संभल के बनिया ठेर थाना क्षेत्र में दो पुलिसकर्मियों की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई जिसके बाद तीन अपराधी शकील धर्मपाल और कमल घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। यह घटना बीती 17 जुलाई की है जहां यह अपराधी आरक्षी बृजपाल सिंह और हरेंद्र सिंह सिरोही को गोली मारकर फरार हुए थे।घटना के बाद पुलिस ने अपराधियों की खोजबीन शुरू की और इस बीच उन्हें फरार अपराधियों में से कमल मिल गया जिसकी पुलिस टीम के साथ मुठभेड़ हुई और मुठभेड़ के दौरान गोली लगने के बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई। बरहाल पुलिस अन्य दो आरोपियों शकील और धर्मपाल की गिरफ्तारी के यह प्रयास कर रही है जिसके चलते पुलिस ने दोनों को वांटेड  नामित करते हुए आसपास के सभी जनपद के थाना क्षेत्रों में दोनों आरोपियों पर 5 लाख का इनाम रखते हुए वांटेड के पोस्टर लगवाए हैं। जिसके चलते रामपुर जनपद में भी यह पोस्टर लगाए गए हैं अब देखना यह होगा पुलिस का यह हथकंडा क्या आरोपियों को पकड़ने में कारगर साबित रहेगा।


     इन पोस्टर्स में फरार चल रहे दोनों आरोपियों शकील और धर्मपाल की तस्वीर के साथ घटना का जिक्र किया हुआ है साथ ही इनके संबंध में पुलिस को जानकारी देने वाले को ढाई- ढाई लाख यानी कुल 5 लाख का इनाम देने की घोषणा की गई है। यह पोस्टर्स मुरादाबाद मंडल के आसपास के सभी जिलों में लगाए गए हैं जिनमें पुलिस अधिकारियों की संपर्क सूत्र भी दिए गए हैं साथ ही जानकारी देने वाले के नाम पते को गुप्त रखने की बात भी लिखी है।


      इस संबंध में क्षेत्राधिकारी विद्या किशोर शर्मा ने बताया बीती 17 जुलाई को संभल में हुई घटना में दो कॉन्स्टेबल मारे गए थे जिसके बाद एक मुजरिम मारा गया था और दो फरार चल रहे हैं जिनका नाम शकील और धर्मपाल है जिनके ऊपर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा ढाई ढाई लाख का इनाम घोषित किया गया है यदि इन दोनों की कोई सूचना देगा या पकड़ कर लाएगा तो उन्हें ढाई ढाई लाख का इनाम दिया जाएगा यह घटना संभल के मैनाठेर के पास हुई थी आरोपी मुरादाबाद से पेशी के बाद लौट रहे थे जब उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। यह पोस्टर्स उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सभी थाना क्षेत्रों में लगाए गए हैं।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...