महिला आयोग में ‘कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न, लैंगिक समानता व बाल अधिकार’ विषय पर हुई कार्यशाला


 


लखनऊः उ.प्र. राज्य महिला आयोग द्वारा आज यहां गोमती नगर स्थित अपने कार्यालय के सभाकक्ष में 'कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न, लैंगिक समानता व बाल अधिकार' विषय पर राज्य स्तरीय आयोगों की एक दिवसीय परामर्शी कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ उ.प्र. राज्य महिला आयोग की मा. अध्यक्ष, श्रीमती विमला बाथम एवं उपाध्यक्ष श्रीमती अंजु चैधरी व श्रीमती सुषमा सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात् उ.प्र. राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव, डाॅ. गरिमा यादव ने कार्यशाला के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के दौर में यह एक गम्भीर मुद्दा है और इस पर बड़े स्तर पर जागरूकता की आवश्यकता है। इसी उद्देश्य से आज इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है।

कार्यशाला के प्रथम सत्र में परिवार परामर्श केन्द्र की डाॅ. शालिनी माथुर द्वारा उपस्थित सभी गणमान्य पदाधिकारियों को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से सम्बन्धित अधिनियम एवं उनके क्रियान्वयन के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी। दूसरे सत्र में सुश्री ममता सिंह ने घरेलू हिंसा के सम्बन्ध में जागरूकता हेतु सम्बन्धित संरक्षण अधिकारी/जिला प्रोबेशन अधिकारी से सम्पर्क करते हुये पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु मा. पदाधिकारियों को अवगत कराया। तीसरे सत्र में अधिवक्ता, सुश्री स्मृति शुक्ला द्वारा (पाक्सो एक्ट) च्व्ब्ैव् ।बज ;च्तवजमबजपवद व िब्ीपसक तिवउ ैमगनंस व्ििमदबमद्ध विषय पर विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम के दौरान महिला आयोग की अध्यक्ष द्वारा प्रदेश के प्रत्येक जिले में घरेलू हिंसा से सम्बन्धित जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कराये जाने का आश्वासन दिया गया।

कार्यशाला का संचालन यूनिसेफ की सुश्री पीयूष एंटनी द्वारा किया गया, इसमें 

उ.प्र. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विमला बाथम, मा. उपाध्यक्ष श्रीमती अंजु चैधरी व श्रीमती सुषमा सिंह सहित आयोग की समस्त सदस्याओं तथा मानवधिकार आयोग के विधि अधिकारी श्री विकास सक्सेना सहित अन्य पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

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