मानक से अधिक खनन की मात्रा को अनुमन्य वार्षिक मात्रा से घटाने की संस्तुति
लखनऊ: जनपद बांदा के जिलाधिकारी ने जनपद में 14 पट्टाधारकों द्वारा खनन पट्टा क्षेत्र में किये गये अधिक खनन की मात्रा को उनके पर्यावरण अनापत्ति प्रमाण पत्र में अनुमन्य वार्षिक मात्रा से घटाने की संस्तुति की है। इन पट्टा क्षेत्रों में साड़ीखादर, अमलोर खादर, खपटिहा कला, तेरा, चन्दौर, गंछा, लहुरेटा, निहालपुर स्योढ़ा, कनवारा, भूरेड़ी, दुरेड़ी और जरर शामिल हैं।
यह जानकारी भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक डाॅ0 रोशन जैकब ने दी। उन्होंने बताया कि जनपद बांदा में अवैध खनन व परिवहन की प्राप्त शिकायतों पर निदेशालय स्तर से गठित सर्वे टीम द्वारा जनपद के स्वीकृत 14 खनन क्षेत्रों की स्थलीय जांच करायी गयी थी। जिसमें पट्टाधारकों द्वारा निर्गत परिवहन प्रपत्र ई0एम0एम0-11 के सापेक्ष अधिक मात्रा में उपखनिज का खनन व परिवहन करने के कारण पट्टाधारकों को नोटिस जारी किये गये।
डाॅ0 रोशन जैकब ने बताया कि खनन पट्टाधारकों द्वारा प्रस्तुत स्पष्टीकरण के साथ ऐसा कोई साक्ष्य या अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया गया है, जिससे यह सिद्ध हो सके कि अनुमन्य मात्रा से अधिक खनन उनके द्वारा नहीं किया गया। साथ ही प्रस्तुत स्पष्टीकरण भी संतोषजनक नहीं है। इसीलिए पट्टाधारकों द्वारा किए गए अधिक खनन की मात्रा को उनके पर्यावरणीय अनापत्ति में अनुमन्य वार्षिक मात्रा के घटाने की संस्तुति की गई है।
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