चंडीगढ़, - जम्मू-कश्मीर के चर्चित कठुआ बलात्कार और हत्याकांड में आठ वर्षीय पीड़ित बच्ची के पिता ने बुधवार को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाते हुए छह दोषियों की सजा को बढ़ाने की मांग की और एक आरोपी को बरी किये जाने को चुनौती दी।
याचिकाकर्ता के वकील उत्सव बैंस ने कहा कि दोषी सांझी राम, दीपक खजूरिया और प्रवेश कुमार को मिली आजीवन कारावास की सजा को बढ़ाकर मृत्युदंड करने का अनुरोध किया गया है।
याचिका में कहा गया है, "यह दुर्लभतम मामला है और उच्चतम न्यायालय द्वारा तय मानकों के अनुसार नाबालिग बच्ची के साथ इतनी असंवेदनशीलता, क्रूरता, नीचता और विकृत मानसिकता के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला इसी श्रेणी में आता है।"
याचिकाकर्ता ने तीन अन्य दोषियों सुरिन्दर कुमार, तिलक राज और आनंद दत्ता की सजा को भी पांच साल से बढ़ाकर आजीवन कारावास करने का अनुरोध किया है।
पिछले महीने, पठानकोट की एक अदालत ने जनवरी 2018 में देवष्ठनाम (मंदिर) में किये गए इस कांड को लेकर मंदिर के संरक्षक और इस कांड के सरगना सांझी राम, विशेष पुलिस अधिकारी दीपक खजूरिया तथा प्रवेश कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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