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कर्नाटक के 14 विधायक पुणे के समीप किसी स्थान पर, उनके इस्तीफे पर विधानसभा अध्यक्ष के फैसले का इंतजार



पणजी, - कर्नाटक के सत्तारूढ़ जद(एस)-कांग्रेस गठबंधन के 14 विधायक पुणे से करीब 90 किलोमीटर दूर किसी स्थान पर हैं और वे गोवा जाने या बेंगलुरु लौटने का निर्णय लेने से पहले अपने इस्तीफे पर विधानसभा के फैसले का इंतजार करेंगे। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
    कांग्रेस जद(एस) गठबंधन सरकार के संकट के केंद्र बिंदु ये 14 विधायक मुम्बई ठहरे हुए थे और सोमवार शाम को गोवा रवाना हुए थे। सूत्रों के मुताबिक वे फिलहाल महाराष्ट्र में ही पुणे से सतारा की ओर करीब 90 किलोमीटर दूर किसी स्थान पर हैं। उनके इस्तीफे स्वीकार कर लिये जाते हैं तो वे बेंगलुरु लौट भी सकते हैं।
       सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के दस, जद(एस) के दो विधायकों और दो निर्दलीय विधायकों को मुम्बई भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष मोहित भारतीय के साथ सड़क मार्ग से गोवा जाना था। 
सूत्र ने कहा, ''गोवा जाया जाए या नहीं- इस विषय पर फैसला इन विधायकों के इस्तीफे पर कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के निर्णय के बाद तीन बजे किया जाएगा। यदि वह इस्तीफा स्वीकार कर लेते हैं तो विधायक बेंगलुरु लौट भी सकते हैं।'' 
सूत्रों के अनुसार सत्तारूढ़ गठबंधन के सात और विधायक दिन में बाद में इन 14 विधायकों के साथ जुड़ सकते हैं।
 


कर्नाटक विधानमंडल का मानसून सत्र 12 जुलाई को शुरू होगा।

महाराष्ट्र के भाजपा विधायक प्रसाद लाड ने कहा था कि ये 14 विधायक मुम्बई के लक्जरी होटल से चले गये जहां वे सोमवार को शाम पांच बजे तक ठहरे हुए थे।  सूत्रों ने कहा कि उनके गोवा के एक रिसोर्ट में ठहरने की संभावना है जहां उनके लिए सारा इंतजाम किया गया है। कर्नाटक की साल भर पुरानी कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार इन विधायकों के इस्तीफे की वजह से गिरने की कगार पर पहुंच गयी है।

कर्नाटक विधानसभा में एक नामित विधायक समेत 225 सदस्य हैं। सदन में इसकी आधी सदस्य संख्या 113 होती है।

इन इस्तीफों से पहले विधानसभा में कांग्रेस के 78, जद(एस) के 37 और भाजपा के 105 विधायक थे। कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन को विधानसभा में 119 विधायकों का समर्थन प्राप्त था।


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