जौहर यूनिवर्सिटी में सरकारी धन लगाने व सरकारी ज़मीन कब्जाने के मामले में एसआईटी की जांच के लिए प्रशासन ने भेजी जानकारी


रामपुर - समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर के सांसद मोहम्मद आजम खान पर एसआईटी जांच का शिकंजा कसता जा रहा है । जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर सरकारी धन के दुरुपयोग और शत्रु संपत्ति सहित नदी व रेत की सरकारी जमीनों को कब जाने की शिकायत पर शासन द्वारा बैठाई गई एसआईटी की जांच अब तेजी से आगे बढ़ रही है शासन की मांग पर अपर जिला अधिकारी प्रशासन ने एक विस्तृत रिपोर्ट भेजी है जिसके आधार पर एसआईटी इन गंभीर आरोपों की जांच करेंगी


      रामपुर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अब्दुल सलाम की शिकायत पर शासन ने एसआईटी जांच बैठा दी थी एसआईटी आजम खान पर लगाए गए गंभीर आरोपों की जांच कर रही है इनमें सरकारी विभागों सीएनडीएस विभाग लोक निर्माण विभाग और जल निगम द्वारा 88 करोड रुपए  का सरकारी धन जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर लगाया जाना अभी तक प्रकाश में आया है जिसकी विस्तृत जानकारी जिला प्रशासन में एसआईटी को प्रेषित कर दी है


      सरकारी धन के दुरुपयोग के इलावा जौहर यूनिवर्सिटी के अंदर बड़े पैमाने पर सरकारी जमीनों को कबजाने की भी शिकायत की गई थी जिसमें 13 हेक्टेयर से अधिक शत्रु संपत्ति और 5 हेक्टेयर से अधिक नदी की भूमि को जौहर यूनिवर्सिटी द्वारा कबजाने तथा 7 हेक्टेयर रेत की भूमि भी जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल किए जाने की बात प्रकाश में आई है जिसकी विस्तृत जानकारी प्रशासन ने अपनी एक रिपोर्ट बनाकर एसआईटी को भेज दी है


      वही हमने इस मामले पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन जेपी गुप्ता से बात की तो उन्होंने बताया पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अब्दुल सलाम की शिकायत पर यहां से एक जांच 29-6-2019 को भेजी गई थी जिसके आधार पर शासन ने एसआईटी को जांच करने के लिए निर्देशन किया था उसी क्रम में उन्होंने संपत्ति का विवरण हम से मांगा है जो फाइनेंसियल चीजें हुई है वह मांगी गई है जो जांच आख्याये हैं वे मांगी गई है गाइडलाइन मांगी गई है शिकायत में जोहर यूनिवर्सिटी के अंदर शत्रु संपत्ति नदी की भूमि रेत की भूमि अन्य सरकारी भूमि के साथ साथ वहां पर जो सरकारी धनराशि लगी है उसके संबंध में शिकायत की गई थी जो सूचनाएं प्राप्त हुई है सीएनडीएस से लोक निर्माण विभाग से जल निगम से वह 88 करोड़ 29 लाख की है उस शिकायत में शत्रु संपत्ति के बारे में नदी की रेत के बारे में बात उठाई गई थी उसका विवरण हम भेज रहे हैं जिसमें शत्रु संपत्ति के रूप में लगभग 13 हेक्टेयर भूमि है उसको हम भेज रहे हैं 5 हेक्टेयर नदी की भूमि है जो अवैध रूप से काबिज हैं अपर जिलाधिकारी जेपी गुप्ता ने कहा हमारी जांच में शत्रु संपत्ति है और उस बिंदु को उन्होंने उठाया हुआ है उन्होंने हमसे सिर्फ जांच आख्या की कॉपियां मांगी है वह हम उनको दे रहे हैं अब यह एसआईटी अपने स्तर से देखेगी उनके कौन-कौन से जांच के बिंदु है 


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