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अब्दुल्ला आजम  पुलिस से रिहा होकर पार्टी कार्यालय पहुचे और मीडिया से बात की


अब्दुल्ला आजम  पुलिस से रिहा होकर पार्टी कार्यालय पहुचे और मीडिया से बात की


जौहर यूनिवर्सटी की सर्च के दौरान हंगामा करने पर हिरासत में लिए गए जौहर यूनिवर्सटी के CEO व विधायक अब्दुलाह आज़म की 151 CRPC के तहत ज़मानत मजिस्ट्रेट ने मंज़ूर कर ली उसके बाद पुलिस लाइन से रिहा कर दिया गया, 
एहतियातन पुलिस ने विधायक को पुलिस लाइन में ही रखा था, व शाम 6:30 बजे मजिस्ट्रेट ने पुलिस लाइन पहुँच कर ज़मानत अर्ज़ी पर सुनवाई की,
इस दौरान दर्जनों सपा कार्यकर्त्ता पुलिस लाइन के सामने जौहर शोध संस्थान पर मोजूद रहे,
रिहा होने के बाद विधायक अपने साथियों के साथ पार्टी दफ्तर तोप खाना रोड पहुचे और उन्हें संबोधित कियासपा नेता आजम खान के विधायक बेटे अब्दुल्लाह आजम को जमानत मिलने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की और कहा के गलती सिर्फ इतनी है मेरे पिता ने एक  शिक्षा का मंदिर बनाया है वह सरकार और सरकार की मुखिया की आंख में खटक रहा है प्रशासन की आंख में खटक रहा है बस इतना गुनाह है,,


 यूनिवर्सिटी से सर्च अभियान में किताबें मिलने के सवाल पर अब्दुल्लाह आजम ने कहा जो वे खुद रख कर आए थे वही वह वापस ले गए अब उन्हें ऊपर भी तो जवाब देना है 1774 की चीज 2016 में एहसास हुआ वह गायब हो गई और 2019 में वे याद आई कि वे ढूंढनी है 3 साल बाद यह इंसाफ है,,,, और अगर पुलिस की और प्रशासन की कार्रवाई निष्पक्ष है तो मीडिया के कैमरों के सामने क्यों नहीं की गई क्यों मीडिया को बाहर रखा गया क्यों हम सब को अंदर जाने से रोका गया,,, अगर वहां पर कोई सामान था तो वह हमारे सामने भी निकलता जब आप नहीं हो मौजूद हम नहीं है मौजूद तो क्या पता कौन लेकर आया किसने क्या रख दिया ,,,,अब्दुल आजम ने कहा मेरा आरोप है प्रशासन पर जो चीज भी बरामद हुई है वह खुद लेकर आए थे जो लोग वहां चश्मदीद थे उन्होंने वहां देखा था ,,खुद पुलिस काले शीशों की गाड़ी में सामान भरकर लाई और फिर दोबारा खुद व समान गाड़ियों से ले गई सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास,,, यह उत्तर प्रदेश में होगा,,,उन्नाव में जो हुआ क्या कभी आंखें खुलेगी या नहीं कभी तो इंसाफ होगा अब्दुल्लाह आजम ने कहा जोहर यूनिवर्सिटी का मैं एक सिपाही हूं मैं उसकी हिफाजत करूंगा और अपने खून की आखिरी बूंद तक करूंगा 


पुलिस की कार्रवाई पर अब्दुल्लाह आजम ने कहा हम कमजोर लोग क्या एक्शन लेंगे पुलिस उनकी सरकार उनकी बस पिटने के लिए है हम पिटेंगे


 यूनिवर्सिटी में कुछ केंपस के ताले तोड़े गए इस पर अब्दुल्लाह आजम ने कहा कानून नाम की कोई चीज नहीं है अगर कानून नाम की चीज होती तो विश्वविद्यालय का गेट नही खोला जाता ना इमारतों के ताले तोड़े जाते,, उन्नाव और उसकी बच्ची के घरवालों के साथ यह नहीं होता,, क्या करें कानून नहीं है जिन्हें कानून देखना चाहिए उन लोगों ने ऊपर के लोगों को अपने आकाओं को खुश करने के लिए अपनी वर्दी और वर्दी के साथ खाई हुई क़सम  उठाकर ताक पर रख दी है 


चोरी हुए शेर की यूनिवर्सिटी में बरामदगी पर अब्दुल्लाह आजम ने कहा जिंदा है या नकली है,, रामपुर क्लब के शेर यूनिवर्सिटी में,, इस पर अब्दुल्लाह आजम ने कहा उसका मलबा खरीदने वाले ने खरीद लिया और उस को खरीदकर यूनिवर्सिटी को दान दिया है किसी से नहीं लिया है


 एक के बाद एक आरोप आजम खान और उनकी यूनिवर्सिटी पर लग रहे हैं इस पर अब्दुल्लाह आजम ने कहा अब शुरुआत हो गई योगी जी लोकसभा तो जीता कर दे नहीं सके,,,,
ल्ला


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