उपभोक्ताओं का बगैर उत्पीड़न किये विद्युत समस्या का करें शीघ्र समाधान


प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री श्रीकांत शर्मा ने कहा सरकार की मंशा है कि बिजली विभाग की योजनाओं और अधिकारियों के अनुभवों का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी मिले, इसके लिए लाइनमैन से लेकर ऊपर तक के अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर बर्दास्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की बिजली समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाय। उपभोक्ता किसी भी प्रकार से प्रताड़ित न होने पाये। ईमानदार उपभोक्ताओं को बलि का बकरा न बनाया जाय। टैरिफ बढ़ाने के बजाय इसे कम करने के प्रयास किए जाएं।

ऊर्जा मंत्री श्री श्रीकांत शर्मा ने आज शक्ति भवन में प्रदेश की विद्युत व्यवस्था, उपभोक्ता शिकायत निवारण, बिलिंग, बिजली चोरी, राजस्व वसूली, ट्रिपिंग, जर्जर पोल व लाइन की समीक्षा की। उन्होंने निर्देशित किया कि जो भी कार्य कराया जाय, उसकी गुणवत्ता और पारदर्शिता से समझौता न हो। उन्होंने अयोध्या, मऊ, आजमगढ़ जिलों के झूलते विद्युत तारों को शीघ्र ठीक कराने, तथा जौनपुर में लकड़ी के खम्भों को हटाने के निर्देश दिये। गोरखपुर एवं सहारनपुर में ट्रांसफार्मर की समस्या का समाधान करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौतमबुद्ध नगर के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की विकराल समस्या का शीघ्र समाधान किया जाय।

ऊर्जा मंत्री ने निर्देशित किया कि बिजली चोरी व दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में ईवी कन्डक्टर लगाये जाय, अधिक भार के कारण ट्रांसफार्मर फुंकने की स्थिति में इसका लोड बढ़ाने, बिजली चोरी को गंभीरता से लेने, राजस्व बढ़ाने के लिए शत-प्रतिशत बिलिंग कराया जाय। उन्होंने डिफाल्टर उपभोक्ताओं की सूची बनाने तथा जनपदवार हाईलास फीडर की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों की भांति अब ये जंगल राज नहीं चलेगा बल्कि जिलों के स्टोर में बिजली सामान की उपलब्धता व उपभोग की रिपोर्ट देनी होगी। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति हो ट्रांसमिशन व डिस्ट्रीब्यूशन को मिलकर कार्य करना होगा। ट्रांसमिशन व डिस्ट्रीब्यूशन की जिम्मेदारी जिले के नोडल अधिकारी की होगी। उन्होंने कहा कि अधीक्षण अभियंता अपने क्षेत्र के सांसद तथा अधिशासी अभियंता क्षेत्रीय विधायक से सप्ताह में जरूर मिलें। ऊर्जा मंत्री ने सभी चीफ को अपने-अपने जिलों में 10 जून तक कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलों में उपभोक्ताओं की संख्या, बिजली कनेक्शन व विद्युत भार की स्थिति, ट्रांसफार्मर व कार्मिकों की संख्या, कराये गये कार्यों का विवरण की सूची सभी अधीक्षण अभियंता कार्यालयों व उपकेन्द्रों पर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने हर स्तर पर विद्युत कार्यों की नियमित माॅनीटरिंग करने के भी निर्देश दिए।

प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं चेयरमैन उ0प्र0 पाॅवर कारपोरेशन श्री आलोक कुमार ने कहा कि विभागीय भ्रष्टाचार को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने 07 जून तक प्रदेश के सभी ट्रांसफार्मर को चेक करने, आजमगढ़ व बलिया में ज्यादा समस्याग्रस्त क्षेत्रों के एक-एक एसडीओ को चार्जशीट देने के भी निर्देश दिए। ट्रिपिंग की समस्या से ग्रस्त फीडर को शीघ्र सुधारने तथा ग्रीष्म कालीन विद्युत आपूर्ति हेतु किए जा रही क्रिटिकल कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।

बैठक में प्रबंध निदेशक उ0प्र0 पाॅवर कारपोरेशन श्रीमती अपर्णा यू0, विशेष सचिव ऊर्जा, सभी डिस्काॅम के एमडी, मुख्य अभियंता व अधीक्षण अभियंता भी उपस्थित थे। 

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