उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पूर्व प्रधानमंत्री चेोधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि पर विधान सभा प्रागंण जाकर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राज्यमंत्री श्रीमती स्वाती सिंह, सांसद श्री सत्यपाल सिंह, मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन श्री महेश गुप्ता सहित बड़ी संख्या में अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारीगण भी उपस्थित थे।
चेोधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर जारी अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि वे अपनी तथा उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चेोधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। चेोधरी चरण सिंह जमीन से जुड़े नेता थे जो सदैव किसानों के हितों की रक्षा के लिये अपनी आवाज उठाते थे। किसानों के हित के लिये उनके प्रयासों से राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की स्थापना हुई। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। किसान खुशहाल होगा तो देश खुशहाल होगा। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करना ही चेोधरी चरण सिंह के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
राज्यपाल ने कहा कि चेोधरी चरण सिंह ने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय सहभाग किया तथा नमक सत्याग्रह में उन्हें 6 मास की सजा भी हुई। चेोधरी चरण सिंह देश के प्रधानमंत्री एवं दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे। उस समय की राजनैतिक अस्थिरता के कारण वे कम समय के लिये प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने किसानों के हित की रक्षा करने के लिये विपक्ष में रहते हुए भी संघर्ष किया। राज्यपाल ने कहा कि चेोधरी चरण सिंह से उनका पुराना परिचय था और उन्हें उनके साथ काम करने का भी सौभाग्य मिला था। उन्होंने कहा कि चेोधरी चरण सिंह हमेशा गरीबों और आम आदमी के हित के लिये काम करने का मार्गदर्शन देते थे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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