सिद्धार्थनगर -) बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि चौकीदारी का नाटक भाजपा को इस बार बचा नहीं पाएगा और लंबे समय तक सत्ता में रही कांग्रेस देश से गरीबी नहीं हटा पायी ।
मायावती ने यहां एक चुनावी रैली में कहा, 'चौकीदारी की नयी नाटकबाजी भी इन्हें :भाजपा: अब नहीं बचा पायेगी । जुमलेबाजी काम नहीं आने वाली । चौकीदार मिलकर अपनी कितनी भी ताकत लगा ले, भाजपा सत्ता में नही आने वाली ।'
कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए मायावती बोलीं, 'आज़ादी के बाद ज़्यादातर सत्ता कांग्रेस पार्टी के हाथों में रही । कांग्रेस लम्बे अरसे तक सरकार में रहने के बाद भी गरीबी बेरोजगारी दूर नहीं कर सकी । किसान भी दुखी हैं । दलितों और आदिवासियों को जो अधिकार दिए हैं, वो भी आपको नहीं मिल पाया ।'
उन्होंने कहा कि 'नमो नमो' जाने वाले हैं और 'जय भीम' आने वाले हैं ।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के रहते हुए हमारा विकास नहीं हो सकता है ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की हुकूमत ने आपका वोट तो लिया लेकिन आपका ध्यान नहीं दिया ।
मायावती ने कहा कि भाजपा भी सामन्तवादी और पूँजीवादी नीतियों की वजह से जरूर सत्ता से बाहर चली जायेगी ।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसी भी समाज का खास विकास नहीं किया। पूरे देश को आरक्षण का बहुत ही कम लाभ मिल पा रहा है । इस सरकार में गरीब लोगों की भी हालत ठीक नहीं है ।
मायावती ने कहा कि नोटबंदी को बिना तैयारी के लागू करने से व्यापारी लोग काफी दुःखी हैं । इस सरकार में हर स्तर पर भ्रष्टाचार बढा है । इससे रक्षा के भी संसाधन बचे नहीं हैं।
उन्होंने कहा, 'यदि केन्द्र में हमारी सरकार बनती हैं तो आप सभी को छह हजार रूपये देने की जगह सरकारी या अस्थायी नौकरी देने का काम किया जाएगा ।'
मायावती डुमरियागंज से सपा—बसपा गठबंधन प्रत्याशी आफताब आलम के समर्थन में रैली कर रही थीं ।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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