सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

कांग्रेस विधायक अदिति सिंह पर जानलेवा हमला‘ ‘योगी के गुण्डा राज का पुख्ता सबूत‘ - अजय कुमार ‘लल्लू‘



लखनऊ। प्रदेश में कानून व्यवस्था गुण्डों के हाथ में है और गुण्डा राज की कमान योगी जी के हाथ में, उक्त आरोप कांग्रेस विधान मण्डल दल के नेता अजय कुमार 'लल्लू' ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहीं।  कांग्रेस विधान मण्डल दल के नेता अजय कुमार 'लल्लू' ने कहा कि आज सुबह जब रायबरेली की सदर विधायक अदिति सिंह जिला पंचायत कुछ सदस्यों के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में वोट देने के लिए लखनऊ से रायबरेली की तरफ जा रहीं थीं। लखनऊ रायबरेली के बीच में पड़ने वाले टोल प्लाजा के पास जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह के काॅलेज महावीर इंस्टीट्यूट के सामने पहले से घात लगाकर बैठे अवधेश सिंह के गुण्डों ने अस्लहों, ईंट-पत्थर एवं अन्य जानलेवा हथियारों से हमला कर लिया। गुण्डों की तरफ से कई राउण्ड फायरिंग की गयी और जमकर ईंट-पत्थर फेंके गये जिससे हमारी सम्मानित विधायक अदिति सिंह व जिला पंचायत सदस्य और कांग्रेस के कई कार्यकर्ता बुरी तरह घायल हो गये, गाड़ियाँ अनियंत्रित होकर रोड़ पर पलट गयीं। घटना में घायल विधायक अदिति सिंह को स्थानीय डाॅक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया। उक्त कृत्य योगी सरकार के इशारे एवं सह पर जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह ने करवाया है। 

कांग्रेस विधान मण्डल दल के नेता अजय कुमार 'लल्लू' ने कहा कि अपराधियों को शरण देने वाली इस सरकार की पोल खुल गयी है कि जब विधायक पर सरकार समर्थित गुण्डे दिन दहाड़े जानलेवा हमला कर सकते हैं तो आम आदमी की सुरक्षा कैसे सम्भव है ? प्रदेश में चारों तरफ अराजकता व्याप्त हैं। लूट-खसोट, हत्या और जानलेवा हमला करके विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं और नेताओं पर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है। 2019 की आम चुनाव में हार की बौखलाहट के कारण भाजपा गुण्डागर्दी पर उतारू हो गयी है। 

कांग्रेस विधान मण्डल दल के नेता अजय कुमार 'लल्लू' ने माँग करते हुए कहा कि विधायक अदिति सिंह पर हुए जानलेवा हमले के आरोपी अवधेश सिंह सहित तमाम गुण्डों की तुरन्त गिरफ्तारी की जाये तथा विधायक को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करायी जाए अन्यथा कांग्रेस पार्टी प्रदेश व्यापी आंदोलन करेगी।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...