पटना, - लोकसभा टिकट नहीं मिल पाने के कारण हाल में भाजपा छोड़ने वाले उदित राज ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ दल केवल ''गूंगे-बहरे दलित'' ही चाहता है।
नरेन्द्र मोदी सरकार को 'दलित विरोधी' एवं 'पिछड़ा वर्ग विरोधी' करार देते हुए उदित राज ने कहा कि भाजपा ऐसे दलित चाहती है जो 'गूंगे-बहरे' हो। किंतु वह ऐसा दलित नेता नहीं चाहती जो अपनी आवाज उठा सके।
भाजपा छोड़ने के बाद कांग्रेस में शामिल हुए उदित राज ने यहां कांग्रेस पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ''यदि दलित सम्मानित एवं गरिमापूर्ण जीवन जीना चाहते हैं तो उन्हें कांग्रेस, राजद एवं सहयोगियों को वोट देना चाहिए।''
उन्होंने आरोप लगाया, ''यदि कोई दलित भाजपा को वोट देता है तो वह अपनी भावी पीढ़ी के जीवन को खतरे में डाल लेगा।''
उदित राज ने दावा कि भाजपा ने रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद पर इसलिए मनोनीत किया क्योंकि वह पार्टी में अपनी आवाज नहीं उठाते थे जबकि वह (उदित) संसद में सरकार के खिलाफ बोलते थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार की नीतीश कुमार सरकार उतनी ही दलित विरोधी है जितनी की केन्द्र की मोदी सरकार।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ