ढाका, - (भाषा) चक्रवात 'फोनी' के शनिवार को बांग्लादेश में दस्तक देने के बाद कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 63 अन्य घायल हो गए। मीडिया में आई खबरों में यह दावा किया गया है। 
बांग्लादेश के अधिकारियों ने कहा है कि 16 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है क्योंकि देश के तटवर्ती इलाकों में तटबंधों के टूटने के चलते करीब 36 गांवों में पानी भर गया है। 
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक ये मौतें नोआखली और लक्ष्मीपुर सहित आठ जिलों से दर्ज की गई हैं, जो चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। 
मृतकों में दो साल का एक बच्चा और चार महिलाएं भी शामिल हैं। 
अखबार के मुताबिक नोआखली जिले में मकानों के ढहने से 30 ग्रामीण घायल हो गए। 
देश के तटीय जिलों में इस चक्रवाती तूफान से सैकड़ों मकान नष्ट हो गए। 
डेली स्टार की खबर के मुताबिक बांग्लादेश के कई हिस्सों में आसमान में बादल छाये हुए हैं। 
तूफान के दस्तक देने के बाद से देश के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति और इंटरनेट ठप पड़ने की खबरें हैं। 
अखबार की खबर में कहा गया है कि खराब मौसम के चलते अधिकारियों को अब तक 12 उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं। 
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव  शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ  विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और  विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने  सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस  अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़  आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ  पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले  संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया  है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं  है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल  तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने  के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़  आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई  संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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