नयी दिल्ली, - बच्चों के अधिकारों के शीर्ष निकाय राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को चुनाव प्रचार में कथित तौर पर बच्चों के उपयोग के मामले में नोटिस जारी किया है। मीडिया को शिकायत अथवा शिकायतकर्ता के बारे में ब्यौरा उपलब्ध नहीं कराया गया है। एनसीपीसीआर ने कहा है कि यह शिकायत उस वीडियो को लेकर है जिसमें बच्चे गांधी के समक्ष अभद्र भाषा का प्रयोग करते दिख रहे हैं। आयोग ने अपने इस नोटिस में चुनाव प्रचार में बच्चों के प्रयोग को लेकर आपत्ति प्रकट की है। यह भी उल्लेख किया गया है कि बंबई उच्च न्यायालय के चार अगस्त, 2014 को दिये आदेश में कहा गया है कि बच्चों का चुनाव प्रचार में शामिल नहीं किया जाना चाहिये।
आयोग ने कांग्रेस महासचिव गांधी को तीन दिन के भीतर ब्यौरा उपलब्ध कराने को कहा है। उनसे उन बच्चों के नाम, पते की जानकारी के साथ यह भी पूछा गया है कि नारेबाजी किस जगह हुई थी और वहां पर बच्चे किस प्रकार पहुंचे ?
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ