यूपी: पुलिस पर रौब जमाकर केस दर्ज कराती थी जोया खान, खुल रहीं कारनामों की परत-दर-परत


फर्जी आईएफएस अधिकारी जोया खान के कारनामों की परत-दर-परत खुलने लगी हैं। पुलिस अफसरों पर रौब जमाकर जोया मुकदमे दर्ज कराती थी। उसकी गिरफ्तारी के बाद छह जनपदों की पुलिस जांच में जुट गई है। साथ ही जोया के दबाव में दर्ज मुकदमों की दोबारा से जांच करने की बात कहीं है। बताया गया है कि जोया का मेरठ, नोएडा और गाजियाबाद में ज्यादा आना-जाना रहता था।


 

नोएडा पुलिस ने जोया खान व उसके पति हर्ष प्रताप सिंह को जेल भेज दिया है। जोया ने पूछताछ में बताया है कि मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद, मुरादाबाद, अलीगढ़ और गुरुग्राम जिले की पुलिस से उसने वीआईपी सुविधा ली थीं। जांच में सामने आया कि जोया ने कई थानों में खुद को आईएफएस बताकर फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराई हैं। 

मेरठ में सदर बाजार थाने में जोया की बहन की शिकायत पर पड़ोसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। जोया पुलिस अधिकारियों पर अपना रौब जमाती थी। इसके चलते थानों में उसकी कॉल करते ही रिपोर्ट दर्ज हो जाती थी। पुलिस ने इसकी जांच पड़ताल शुरू कर दी। नोएडा पुलिस ने जोया की सारी रिपोर्ट पांच जनपदों को भेजी है, ताकि वह भी जांच कर सके।


पति पीए बनकर करता था बात 
जोया अपने पति हर्ष प्रताप सिंह को अपना पीए बताती थी। उसका नाम अनिल शर्मा बताती थी। अनिल पुलिस अधिकारियों को फोन करता था। बोलता था कि संयुक्त राष्ट्र, सुरक्षा परिषद हेतु सिक्योरिटी चीफ व प्रमुख सचिव मैडम जोया खान बात करेंगी। इतना सुनते ही पुलिस अधिकारी हैरान हो जाते थे। इसी नाम से एसएसपी को ई-मेल भी भेजती थी। खुद को संयुक्त सचिव, विदेश मंत्रालय और यूनाईटेड नेशन आर्गनाईजेशन काउंसिल, वाशिंगटन डीसी भी बताया करती थी। 

दिल्ली-एनसीआर में थे कई ठिकाने 
जोया खान के दिल्ली-एनसीआर में कई ठिकाने थे। कई फ्लैट जोया ने किराये पर ले रखे हैं। दिल्ली-एनसीआर में जोया के कई गोरखधंधे भी बताए गए हैं। उसकी पुलिस जांच करने में जुटी है। पुलिस का कहना है कि जोया और उसके पति के महंगे खर्च कैसे पूरे होते थे, इसकी जांच की जा रही है


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