चुनावी मौसम में राजनीतिक दलों के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। बयानबाजी में नेता किसी भी हद तक जा रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने ऐसा बयान दिया, जिस पर बवाल मच सकता है। धर्मपाल सिंह ने कहा कि यह लोकसभा चुनाव हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के बीच है। एक ओर राष्ट्रभक्त हैं तो दूसरी ओर देशद्रोही, लेकिन जनता राष्ट्रभक्तों के साथ है। वो रविवार को मैनपुरी के भोगांव में भाजपा के किसान व पिछड़ा वर्ग सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
सिंचाई मंत्री ने सपा-बसपा गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि एक-दूसरे के विरोधी नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए एकजुट हुए हैं। उन्होंने कहा कि जनता एक बार फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का मन बना चुकी है।
इस दौरान सिंचाई मंत्री भाजपा की योजनाओं का बखान करने नहीं भूले। मंच से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरने वाले पूर्व विधायक शिवराज सिंह चौहान ने पर्चा भाजपा प्रत्याशी प्रेम सिंह शाक्य के पक्ष में पर्चा वापस लेने की घोषणा की।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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