वायनाड, - (भाषा) केरल की वायनाड सीट पर मंगलवार को रिकार्ड मतदान दर्ज किया गया जहां से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं। राहुल गांधी की उम्मीदवारी के चलते वायनाड केरल में एक प्रमुख सीट बन गई है। केरल में राज्य की 20 सीटों पर मतदान हुआ।
शाम छह बजे तक वायनाड में 76.21 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया जब आधिकारिक रूप से मतदान का समय समाप्त हुआ। यह 2014 (73.2) से तीन प्रतिशत अधिक है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मतदान केंद्रों में बड़ी संख्या में लोग अभी भी कतारों में खड़े हैं और मतदान का अंतिम आंकड़ा अभी बढ़ेगा।
भारी मतदान से उत्साहित कांग्रेस नीत यूडीएफ ने दावा किया कि जब 23 मई को मतगणना होगी तो गांधी वायनाड से 'रिकार्ड मतों के अंतर' से जीत दर्ज करेंगे।
माकपा नीत एलडीएफ ने स्वीकार किया कि गांधी की उम्मीदवारी मतदान केंद्रों पर भारी मतदान का कारण है लेकिन साथ ही यह दावा भी किया कि वाम कार्यकर्ताओं द्वारा की गई कड़ी मेहनत भी इसके पीछे एक कारण है।
इस पर्वतीय लोकसभा क्षेत्र में गांधी के लिए प्रचार का नेतृत्व करने वाले कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा, ''वे (राहुल) वायनाड में रिकार्ड मतों के अंतर से जीत दर्ज करेंगे।''
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि पूरे केरल में 'राहुल लहर' है।
उन्होंने कहा, ''वायनाड और अन्य लोकसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव में भारी मतदान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को उनके विभाजनकारी राजनीतिक एजेंडे के लिए केरल के लोगों का जवाब है।''
वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि शाह ने चुनाव प्रचार के दौरान वायनाड को पाकिस्तान का हिस्सा करार दिया था।
शाह ने परोक्ष रूप से यूडीएफ सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के हरे झंडे की ओर इशारा किया था जो चार अप्रैल को गांधी द्वारा नामांकन दाखिल किये जाने के बाद कलपेट्टा में आयोजित रैली के दौरान दिखे थे। शाह ने कथित तौर पर कहा था कि गांधी ऐसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जहाँ जब एक रोडशो आयोजित हुआ तो ''यह पता नहीं चल रहा था कि स्थान भारत में है या पाकिस्तान में ।''
शाह की टिप्पणी की कांग्रेस और माकपा ने निंदा की।
वेणुगोपाल ने दावा किया कि लोग एलडीएफ सरकार से निराश हैं और वे भाजपा द्वारा सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश के मुद्दे पर राजनीति करने को लेकर भी निराश हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान अयप्पा के भक्तों की भावनाएं कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के पक्ष में थीं।
वेणुगोपाल ने कहा कि लोग जानते हैं कि वह पिछली ओमन चांडी की अगुवाई वाली सरकार थी जिसने उच्चतम न्यायालय में ईमानदार रुख अपनाते हुए कहा था कि मंदिर के रीति-रिवाजों का उल्लंघन नहीं होना चाहिए।
गांधी के लिए प्रचार करने वाले आईयूएमएल के वरिष्ठ नेता सैय्यद मुनव्वर अली शिहाब थंगल ने भी दावा किया कि वायनाड में राहुल की लहर थी।
उन्होंने पीटीआई से कहा, ''वोट डालने के लिए उमड़ी महिलाओं और युवाओं सहित लोगों की भारी भीड़ स्पष्ट रूप से इसका संकेत देती है ..... लोग इसे अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को वोट देने के अवसर के रूप में देख रहे थे।''
भाकपा वायनाड जिला सचिव विजयन चेरुकारा ने कहा कि राहुल कारक मतदाताओं की बढ़ी हुई संख्या के एक कारणों में से एक है।
उन्होंने कहा,''इसका यह मतलब नहीं है कि गांधी वायनाड में रिकार्ड अंतर से जीतने जा रहे हैं। यह इसलिए भी है कि हमने अपने उम्मीदवार सुनीर के लिए अधिकतम वोट जुटाने के लिए जमीनी स्तर पर कड़ी मेहनत की थी।''
राजग उम्मीदवार तुषार वेल्लापल्ली के मुख्य चुनाव एजेंट सिनिल कुमार जी. ने कहा कि वायनाड में मुकाबला राजग और संप्रग के बीच था।
राज्य में सत्ताधारी एलडीएफ ने राहुल के खिलाफ मैदान में भाकपा के सुनीर को उतारा है। वहीं राजग ने भारत धर्म जन सेना के तुषार वेल्लापल्ली को उतारा है।
वायनाड लोकसभा क्षेत्र में कुल 13,57,819 मतदाता हैं और इसमें पुरुषों की तुलना में महिला मतदाता अधिक हैं। यहां 6,84,807 महिला मतदाता और 6,73,011 पुरुष मतदाता हैं।
क्षेत्र में तीसरे लिंग का मात्र एक मतदाता है।
वायनाड में मुस्लिमों और ईसाइयों की अच्छी जनसंख्या है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
टिप्पणियाँ