सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

राज्यपाल ने सम्मानित किया



उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने संस्था ‘रंगभारती’ एवं ‘उत्तर प्रदेश नागरिक परिषद’ द्वारा राजभवन में आयोजित सम्मान समारोह में न्यायमूर्ति सुधीर कुमार सक्सेना (न्याय), श्रीमती रूकैया परवीन (महिला सशक्तीकरण), श्री विष्णुकांत मिश्र (समाज सेवा), श्री शकील अहमद खान (खेल), श्री सैयद रफत (खेल), श्री प्रशांत कुमार मिश्र (प्रशासनिक सेवा), श्री श्रीविलास मणि त्रिपाठी (पुलिस सेवा), श्रीमती रंजना दीवान (गायन), डाॅ0 श्यामलेश तिवारी (संस्कृत भाषा), सुश्री इस्मा जहीर (साम्प्रदायिक सद्भाव), श्री राज बिसारिया (कला), श्री भूपेश लिटिल (छायांकन), श्री प्रेमचंद होम्बल (नृत्य), श्री सुधीर सोलोमन (कृषि), डाॅ0 सुनील प्रधान (चिकित्सा), श्रीमती श्रुति सुडोलीकर काटकर (शास्त्रीय गायन), श्री प्रेमबिहारी वर्मा (पत्रकारिता), श्री उत्तम चटर्जी (संगीत), श्री रणजीत सिंह (पर्यावरण), श्री किशन सेठ (छायांकन), डाॅ0 शिव शंकर त्रिपाठी (आयुर्वेद चिकित्सा), श्री किशोर चतुर्वेदी (गायन), श्री प्रज्ञेश कुमार सिंह (कला) एवं श्री आसिफ जमां रिजवी (शिक्षा), डाॅ0 राजीव लोचन (चिकित्सा) को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि संस्था ‘रंगभारती’ एवं ‘उत्तर प्रदेश नागरिक परिषद’ द्वारा उत्तर प्रदेश की स्थापना की 69वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या 23 जनवरी, 2019 को आयोजित कार्यक्रम में अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये महानुभावों का सम्मान किया जाना था परन्तु माननीय राष्ट्रपति के उत्तर प्रदेश भ्रमण कार्यक्रम में सम्मिलित होने के कारण राज्यपाल सम्मान समारोह में उपस्थित नहीं हो सके थे। सम्मान प्राप्त महानुभावों को सम्मानित करने के लिये संस्था की ओर से राजभवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

राज्यपाल ने कहा कि ‘मैं तो पोस्टमैन हूँ। जो भी निवेदन आता है, मैं आवश्यकतानुसार उसे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, संबंधित मंत्री या अधिकारी को भेजता हूँ। वरिष्ठ पत्रकार श्री श्याम कुमार जी ने उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस आयोजन की चर्चा की, मुझे सुझाव अच्छा लगा। मैंने इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को पत्र भेजा। किन्हीं कारणों से सुझाव पर अमल नहीं हो सका। बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरे सुझाव को स्वीकार किया और उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का शानदार कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसका उद्घाटन उप राष्ट्रपति श्री एम0 वेंकैया नायडु द्वारा किया गया। मुझे संतोष है कि उत्तर प्रदेश स्थापना के 68 वर्ष बाद ही सही परन्तु स्थापना दिवस का आयोजन प्रारम्भ हुआ। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया करता हूँ।’ 

श्री नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस को आम आदमी का उत्सव बनाने की आवश्यकता है। सार्वजनिक क्षेत्र में कार्य करने के लिये सम्मान पाना अपने आप में विशेषता है। अपने प्रदेश में सम्मान मिलना अपने आप में संतोष देने वाली बात है। अपने घर में सम्मान को पहचान मिलती है तो उस सम्मान की अपनी विशेषता होती है। आपने अपने प्रदेश के लिये कुछ किया इसलिये आपको यह सम्मान मिला। उन्होंने कहा कि सम्मान प्राप्त करने वाले सम्मानमूर्ति आगे भी नये कीर्तिमान स्थापित कर प्रदेश का नाम रोशन करें।

राज्यपाल ने इस अवसर पर सभी महानुभावों से लोकतंत्र के महापर्व यानि चुनाव में मतदान का आह्वान किया। मतदाता की भागीदारी से ही चुनाव सम्पन्न होते हैं। लोकसभा चुनाव घोषित हो चुके हैं, ऐसे समय में मतदान करना सर्वश्रेष्ठ दान है। मतदान सबसे बड़ा राष्ट्रधर्म है। उन्होंने कहा कि लोकसभा 2019 के चुनाव में सबसे अधिक मत प्रतिशत वाले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र, वार्ड एवं मतदान केन्द्र तथा सर्वाधित मत प्रतिशत वाले केन्द्र से जुड़े लोगों का राजभवन में सम्मानित किया जायेगा।

संस्था के अध्यक्ष श्री श्याम कुमार ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अनीता सहगल ने किया। कार्यक्रम में श्री श्याम कुमार द्वारा राज्यपाल का अभिनन्दन कर आभार प्रकट किया गया।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...

इफ्तार पार्टियों का आयोजन लगातार जारी।

  सीकर-राजस्थान।        जनपद मे माहे रमजान शुरू होने के साथ ही अनेक सामाजिक व शेक्षणिक संस्थाओं के अलावा व्यक्तिगत लोगो द्वारा इफ्तार का आयोजन का सीलसीला जारी है।    इस सीलसीले के तहत सीकर शहर मे आज इतवार को सीकर में पंचायत शेखावाटी लीलगरान और युवा कमेटी की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सय्यदा मस्जिद फतेहपुर रोड़ भैरुपुरा कच्चा रास्ता सीकर में किया गया। ,जिसमे सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत की और प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी,इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज पढ़ी गई।

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले मुस्लिम विरोधी हिंसक तत्वों का मनोबल बढ़ाने वाले हैं- शाहनवाज़ आलम

  नयी दिल्ली, 9 मार्च 202 5. न्यायालयों द्वारा पिछले कुछ दिनों से दिए गए विवादित फैसलों से यह संदेश जा रहा है कि मई में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश पर आरएसएस और भाजपा अपने सांप्रदायिक एजेंडे के पक्ष में दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. सेकुलर सियासी दलों और नागरिक समाज को इन मुद्दों पर मुखर होने की ज़रूरत है. ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 185 वीं कड़ी में कहीं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज का किसी को मियां तियाँ और पाकिस्तानी कहने को अपराध नहीं मानना साबित करता है कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज मुस्लिम विरोधी हिंसा में हिंसक तत्वों द्वारा प्रतुक्त होने वाली इन टिप्पणियों को एक तरह से वैधता देने की कोशिश कर रहे हैं. इस फैसले के बाद ऐसे तत्वों का न सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा बल्कि वो इसे एक ढाल की तरह इस्तेमाल करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले पीड़ित मुस्लिमों का मुकदमा भी पुलिस नहीं लिखेगी. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इससे पहले भी मस्जिद के अंदर जबरन घुसकर जय श्री राम के ना...