नयी दिल्ली, लोकसभा चुनाव में नोटा का इस्तेमाल करने की अपील को लेकर आलोचनाओं का सामना करने वाले स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने शनिवार को स्पष्ट किया कि उनके संगठन की यह अपील सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित है।
स्वराज इंडिया के उपाध्यक्ष अनुपम ने कहा कि उनकी पार्टी ने नोटा का इस्तेमाल करने की हिमायत इसलिए की है, क्योंकि दिल्ली की तीनों अहम सियासी पार्टियां (आप, भाजपा और कांग्रेस) अपने वादे पूरे करने में नाकाम रही हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा एक मात्र ऐसी पार्टी है जो नोटा से डरती है।
इस महीने के शुरू में यादव के स्वराज इंडिया ने कहा था कि वह राष्ट्रीय राजधानी में नोटा के इस्तेमाल करने का समर्थन करता है। अनुपम ने कहा कि इसे राष्ट्रव्यापी अपील समझा गया जिस वजह से आलोचना हुई।
यादव ने एक बयान में कहा, आगामी लोकसभा चुनावों में नोटा के उपयोग को लेकर स्वराज इंडिया की दिल्ली इकाई के रुख से कई सवाल उठे और आलोचना भी हुई।
उन्होंने कहा कि स्वराज इंडिया इस फीडबैक का स्वागत करता है। हमारी तरफ से कुछ ग़लतफ़हमी हुई जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हुई। हमें इसका खेद है।
दिल्ली इकाई द्वारा घोषित रुख राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तक सीमित है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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