नयी दिल्ली, - पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की दर्जनभर लक्जरी कारों की नीलामी 3.29 करोड़ रुपये में की गयी। प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
निदेशालय ने धन शोधन रोकथाम अधिनियम (मनी लॉन्ड्रिंग कानून) के तहत इन वाहनों को कुर्क किया था।
प्रवर्तन निदेशालय ने मुंबई में मनी लॉन्ड्रिंग विशेष अदालत से मार्च में ही दोनों की 13 कारों की नीलामी की अनुमति प्राप्त कर ली थी। निदेशालय दोनों के खिलाफ पंजाब नेशनल बैंक के साथ करीब दो अरब डॉलर की धोखाधड़ी के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है।
एक बयान के मुताबिक मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन ने 25 अप्रैल को इन कारों की ई-नीलामी की। कुल 13 कारों में 11 मोदी और दो चोकसी की हैं। इसमें से कुल 12 कारों के लिए 3,28,94,293 करोड़ रुपये की बोली सफल रही। नीलाम होने वाली 12 कारों में से 10 मोदी और दो चोकसी की हैं।
इससे पहले पिछले महीने आयकर विभाग ने मोदी के स्वामित्व वाली कई पेटिंग एवं कलाकृतियों की नीलामी कर 59.37 करोड़ रुपये जुटाए थे।
गौरतलब है कि हीरा कारोबारी मोदी ने ऋण पत्रों के माध्यम से पंजाब नेशनल बैंक के साथ करीब दो अरब डॉलर की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था। मोदी को हाल ही में लंदन में गिरफ्तार किया गया है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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