शिरडी (महाराष्ट्र), केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी शनिवार शाम महाराष्ट्र में शिरडी के पास एक चुनावी रैली में मंच पर बेहोश हो गए।
हालांकि गडकरी जल्द ही होश में आ गए और बाद में अपनी कार तक पैदल चलकर गए।
गडकरी यहां पास के रहाता में शिरडी लोकसभा सीट से शिवसेना के उम्मीदवार सदाशिव लोखंडे के लिए प्रचार कर रहे थे।
गडकरी मंच पर अपना भाषण समाप्त करने के बाद अपनी सीट पर वापस लौट रहे थे तभी वह बेहोश हो गए।
गडकरी की मदद के लिए अहमदनगर सीट से भाजपा के उम्मीदवार सुजय विखे पाटिल और राज्य के मंत्री राम शिंदे दौड़े।
कुछ ही मिनट में सड़क एवं परिवहन मंत्री होश में आ गए और बाद में अपनी कार तक पैदल चलकर गए।
शाम में वह यहां स्थित प्रसिद्ध साईबाबा मंदिर गए। भाजपा के एक स्थानीय नेता ने कहा कि यहां से रवाना होने से पहले उनकी चिकित्सकीय जांच की गई।
गडकरी इससे पहले भी मंच पर बेहोश हो चुके हैं।
सात दिसम्बर 2018 को वह राज्य में राहुरी कृषि विश्वविद्यालय के एक दीक्षांत समारोह के दौरान बेहोश हो गए थे। उन्होंने बाद में इसका कारण कम शर्करा स्तर बताया।
भाजपा नेता गडकरी नागपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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