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कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के यहाँ छापे, नौ करोड़ रुपये बरामद, कार्रवाई जारी


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ और उनके पूर्व सलाहकार आरके मिगलानी के कई ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापे मारे हैं.


प्राप्त जानकारी के मुताबिक अब तक नौ करोड़ रुपये की राशि बरामद हो चुकी है.


आयकर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक़, यह छापे भोपाल, इंदौर और दिल्ली में कई स्थानों पर मारे गये हैं.


आयकर विभाग की यह कार्रवाई शनिवार देर रात 2.30 बजे शुरू की गई थी जो अब भी जारी है. इसमें तक़रीबन 50 जगहों पर अलग अलग कार्रवाई की जा रही है.


बताया जा रहा है कि यह छापे की कारवाई लोकसभा चुनाव के लिए हवाला के ज़रिये धन इकट्ठा करने की सूचना मिलने पर की गई है.


आयकर विभाग ने प्रवीण कक्कड़ के इंदौर में स्थित विजय नगर में छापा मारा है. वहीं आरके मिगलानी के भी कई ठिकानों में कारवाई की गई है.


बताया जाता है कि इस पूरी कारवाई में आयकर विभाग के कई अधिकारी लगे हुए हैं. प्रवीण कक्कड़ के भांजे प्रतीक जोशी के भोपाल निवास पर छापे में बड़ी तादाद में कैश मिला है.


प्रवीण कक्कड़ पुलिस विभाग में थे. उनकी जांच सर्विस के दौरान से ही चल रही थी. उन्हें पुलिस विभाग में रहने के दौरान राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.


2004 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी. वो पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया के न सिर्फ़ क़रीबी रहे बल्कि ओएसडी भी बने. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद प्रवीण कक्कड़ को सीएम कमलनाथ ने ओएसडी बनाया था.


वही कांग्रेस पार्टी ने इसे बदले की कार्रवाई बताया है. कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल ने कहा, "यह पूरी तरह से बदले की कार्रवाई है. मोदी सरकार लोगों को परेशान करना चाहती है ताकि लोकसभा चुनाव के दौरान लोगों को परेशान किया जा सके और वे अपनी सीटें बढ़ा सकें. लेकिन ऐसा नहीं होने वाला है."


राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ इस वक़्त होशंगाबाद में हैं. उन्होंने ऐसे किसी भी छापे के बारे में जानकारी होने से इंकार कर दिया है.


जबकि मध्य प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने इसे काले धन पर प्रहार बताया है. रजनीश अग्रवाल ने कहा, "देश की एजेंसी चौकीदारी कर रही है. इनका सक्रिय रहना ज़रूरी है. क्यों इन्होंने ऐसा काम किया था इसलिए यह करना सही है. अब क्यों किया, तब क्यों नही किया. ये सब सवाल बेमानी है. काले धन पर प्रहार हर समय किया जा सकता है."


वहीं छापे की कार्रवाई कमलनाथ के रिश्तेदार रातुल पुरी के ठिकानों पर भी की जा रही है. रातुल पुरी का नाम ऑगस्ता वेस्टलैंड मामले में भी आया है.


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