मुंबई, - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दावा किया कि इन लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को 50 सीटें भी नहीं मिलेंगी।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने अपने दावे के समर्थन में एक सर्वेक्षण रिपोर्ट का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, “अपना मत खराब मत करिये। बेहतर होगा उस पार्टी के लिये वोट करें जो सत्ता में आ रही है और आप अपने मत से उसे मजबूती दे सकते हैं।” मोदी ने कहा, “अब एक मात्र सवाल यह है कि क्या भाजपा 2014 के मुकाबले अपनी सीटों की संख्या और बेहतर करने जा रही है।”
मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उस पर पुलिस बलों की अनदेखी करने और उन्हें सत्ता में रहने के दौरान “पंचिंग बैग” के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले में शहीद पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे को लेकर भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह की टिप्पणी को लेकर उठे विवाद की पृष्ठभूमि में मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस अगर सतर्कता नहीं दिखाती तो शहर को आतंकी गतिविधियों की कहीं भारी कीमत चुकानी पड़ती।
मोदी ने कहा, “कांग्रेस का रवैया आतंकी हमलों के बाद मुख्यमंत्रियों और गृह मंत्रियों को बदलने की थी, हमनें इस संस्कृति को बदला है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सुरक्षा बलों के लिये कुछ नहीं किया। उन्होंने अपनी सरकार के नई दिल्ली में पुलिस स्मारक बनाने के फैसले को भी रेखांकित किया।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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