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गभाना में गोकशी के अंदेशे पर बवाल, ट्रक फूंका


अलीगढ -थाना क्षेत्र के गांव टमकोली के ऊसरा में राजस्थान के मेवाती गो तस्करों द्वारा एकत्रित किए गए सैकड़ों गोवंश की गोकशी के अंदेशे पर शुक्रवार देर रात बवाल खड़ा हो गया। यहां रात के अंधेरे में गोवंश को ट्रकों में लादकर ले जाने से रोका गया तो गो तस्करों ने ग्रामीणों पर ट्रक चढ़ाने की कोशिश की। इसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उनके हंगामे के चलते गो तस्कर दो ट्रक लेकर भाग गए।थाना क्षेत्र के गांव टमकोली के ऊसरा में राजस्थान के मेवाती गो तस्करों द्वारा एकत्रित किए गए सैकड़ों गोवंश की गोकशी के अंदेशे पर शुक्रवार देर रात बवाल खड़ा हो गया। यहां रात के अंधेरे में गोवंश को ट्रकों में लादकर ले जाने से रोका गया तो गो तस्करों ने ग्रामीणों पर ट्रक चढ़ाने की कोशिश की। इसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उनके हंगामे के चलते गो तस्कर दो ट्रक लेकर भाग गए।इस दौरान दो ट्रक व दो बाइक मौके पर छूट गए, जिनमें से एक ट्रक को ग्रामीणों ने आग के हवाले कर दिया और जमकर हंगामा किया। देर रात सूचना पर कई थानों का फोर्स व आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों को समझाने का प्रयास जारी था। ग्रामीण मौके पर छूटे सभी गोवंश को गोशाला भेजने और आरोपियों की गिरफ्तारी की जिद पर अड़े थे।घटनाक्रम के अनुसार शुक्रवार सुबह से ही टमकोली के ऊसर में राजस्थान के मेवात इलाके के करीब दो दर्जन पुरुष व एक दर्जन महिलाएं करीब दो सौ से अधिक गोवंश को लेकर आकर रुके थे। इसके बाद दिन में इन लोगों ने आसपास के गांव अर्जुनपुर, टमकोली आदि से भी लावारिस गायों को एकत्रित किया था। यहां कुछ ग्रामीणों से उन्होंने 500-500 रुपये देकर लावारिस गाय भी अपने कब्जे में ली थीं। यह लोग बुजुर्ग व कमजोर गायों को नहीं ले रहे थे।

दिन में ग्रामीणों ने समझा कि यह राजस्थान के पशु पालक हैं और अपने यहां से गोवंश को चराने के इरादे से आए हैं। मगर रात करीब 9 बजे अर्जुनपुर के कुछ ग्रामीणों ने देखा कि चार ट्रक बरौली-कटरा मोड़ पर आए हैं, जिनमें से दो ट्रक लाइट बंद कर ऊसर में उस तरफ चले गए हैं, जहां दिन में गोवंश खड़े थे। वहां जाकर देखने पर पता चला कि ट्रकों में इन गायों को चढ़ाया जा रहा है।

इस पर ग्रामीण भड़क गए और आसपास के गांवों में सूचना देकर सैकड़ों ग्रामीण वहां बुला लिए गए। यहां उन्होंने राजस्थानी गो तस्करों को घेरकर पकड़ने की कोशिश शुरू की। ग्रामीणों का अंदेशा था कि यह लोग गोकशी के लिए इस गोवंश को लादकर ले जा रहे हैं। इस पर राजस्थानी लोग समझ गए और वह दो ट्रकों को लेकर भागने लगे। इस दौरान रोकने की कोशिश पर ग्रामीणों पर भी ट्रक चढ़ाने की कोशिश की।

किसी तरह राजस्थान के सभी लोग निकल गए। मगर उनके दो ट्रक व दो बाइक वहीं रह गए। इस पर गुस्साई भीड़ ने एक ट्रक को आग के हवाले कर दिया। इससे पहले उसमें लदी गायों को जरूर बाहर निकाल लिया। इसके बाद वहां ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसी बीच सूचना पर इंस्पेक्टर राघवेंद्र के अलावा इंस्पेक्टर चंडौस, इंस्पेक्टर लोधा, सीओ द्वितीय संजीव दीक्षित, एसपी सिटी अभिषेक आदि पहुंच गए। वहां पुलिस अधिकारियों के सामने भी पब्लिक ने जमकर नारेबाजी व हंगामा किया।

इनकी मांग गोवंश को सुरक्षित गोशाला पहुंचाने और आरोपियों को तत्काल पकड़ने की थी। किसी तरह पुलिस देर रात समाचार लिखे जाने तक पब्लिक को समझाकर गायों को वहां से निकालकर गोशाला भिजवाने की व्यवस्था कर रही थी, जबकि जिले व आसपास के जनपदों में सूचना पर आरोपियों को ट्रक सहित पकड़वाने के प्रयास किए जा रहे थे। इंस्पेक्टर गभाना राघवेंद्र सिंह के अनुसार अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह लोग कौन थे, किस मंशा से गायों को लादकर ले जा रहे थे। सभी पर कार्रवाई की जाएगी।


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