जयपुर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि देश में नफरत और घृणा का माहौल बना हुआ है।
बांसवाड़ा शहर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा,' देश में नफरत और घृणा का माहौल बना हुआ है। देश बरबाद हो रहा है, लोकतन्त्र और संविधान खतरे में है, अब समय आ गया है हम उससे छुटकारा पाएं।'
गहलोत कांग्रेस प्रत्याशी ताराचंद भगोरा द्वारा नामांकन पत्र प्रस्तुत करने के दौरान जिला कांग्रेस कार्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं व आम लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो कहती है वह करती है। राहुल गांधी ने किसानों के कर्जे माफ करने का वादा किया था जिसे हमने सरकार बनते ही पूरा किया। वहीं, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालाधन वापस लाने का वादा किया, 15 लाख रूपए खाते में डालने की बातें कीं लेकिन यह सब जुमलेबाजी ही बनकर रह गए।’
उन्होंने कहा कि सेना के जवान सर्जिकल स्ट्राइक करते हैं और हम उनको सलाम करते हैं, हम सेना के शौर्य पर सियासत नहीं करते। जनता का भरोसा ही हमारी ताकत है।
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तलवाड़ा हवाई पट्टी से त्रिपुर सुंदरी पहुंचे तथा दर्शन-पूजन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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