अमरोहा - भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी एवं सांसद चौधरी कंवर सिंह तवर के पक्ष में जनसभा करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अप्रैल को अमरोहा आ रहे हैं जिसको लेकर जो जगह कार्यक्रम स्थल के लिए तय की गई है उस जगह पर आज भारतीय जनता पार्टी केसांसद एवं लोकसभा प्रत्याशी चौधरी कंवर सिंह तवर एवं प्रदेश महामंत्री ब्रजेश बहादुर पाठक के साथ अन्य पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने मिलकर भूमि पूजन किया
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा 5 अप्रैल को अमरोहा जनपद के गजरौला में राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप के बराबर में होना तय हुआ है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम आने के बाद से ही जिले में प्रशासनिक और पुलिस अमला अलर्ट हो चुका है और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री की रैली की तैयारियों की शुरुआत आज भूमि पूजन के साथ की है अमरोहा लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी चौधरी कंवर सिंह तवर एवं प्रदेश महामंत्री बृजेश कुमार पाठक के साथ मिलकर भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए चुना गया जनसभा स्थल पर आज भूमि पूजन किया और भूमि को शुद्ध करने के साथ-साथ प्रधानमंत्री की रैली को सफल बनाने में जुट गए जब इस बारे में भाजपा प्रत्याशी चौधरी कंवर सिंह तवर से पूछा तो उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली 5 तारीख को यहां प्रस्तावित है इसके लिए यहां भूमि पूजन किया गया है इस मौके पर तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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