नयी दिल्ली, बगैर इजाजत लिए जनसभा करने के मामले में पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार गौतम गंभीर के खिलाफ प्राथमिकी के चुनाव आयोग के आदेश के बाद इस सीट से आम आदमी पार्टी (आप) की प्रत्याशी आतिशी ने पूर्व क्रिकेटर पर हमला बोला है। आतिशी ने शनिवार को गंभीर पर निशाना साधते हुए कहा कि ''जब आपको नियम ही नहीं पता, तो खेल ही क्यों खेलते?''
आतिशी ने एक ट्वीट में कहा कि मतदाता सूची में दो-दो जगहों से नाम के बाद अब गंभीर ''गैर-कानूनी रैली'' करने को लेकर प्राथमिकी का सामना कर रहे हैं।
क्रिकेटर से नेता बने गंभीर ने गुरूवार को जंगपुरा में जनसभा की थी।
आतिशी ने ट्वीट किया, ''पहले नामांकन-पत्रों में विसंगतियां। फिर दो वोटर आईडी कार्ड रखने का अपराध। अब गैर-कानूनी रैली के लिए प्राथमिकी।''
पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी के. महेश ने दिल्ली पुलिस से कहा है कि वह मामले पर गौर करे।
अधिकारियों ने बताया कि गंभीर ने जंगपुरा में बगैर इजाजत लिए जनसभा की थी।
आतिशी ने एक अन्य ट्वीट किया, ''गौतम गंभीर से मेरा सवाल : जब आप नियम ही नहीं जानते, तो खेल ही क्यों खेलते हैं?''
'आप' नेता ने एक से अधिक चुनाव क्षेत्र में वोटर के तौर पर पंजीकरण कराने के आरोप में गंभीर के खिलाफ आपराधिक शिकायत दाखिल की थी।
आतिशी ने इससे पहले चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि गंभीर के नामांकन-पत्रों में विसंगतियां हैं। हालांकि, आयोग ने गंभीर की उम्मीदवारी स्वीकार कर ली।
पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर 'आप' ने आतिशी, भाजपा ने गंभीर जबकि कांग्रेस ने दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली को अपना उम्मीदवार बनाया है।
दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर 12 मई को मतदान होंगे।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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