सनराइजर्स हैदराबाद के हरफनमौला खिलाड़ी यूसुफ पठान ने शानदार फार्म में चल रहे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वार्नर के बारे में कहा कि अपनी आक्रामकता के कारण वह इंडियन प्रीमियर लीग के मौजूदा सत्र में इतने सफल हैं।
वार्नर और ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ को दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ का दोषी पाये जाने के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एक साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। निलंबन से वापसी के बाद वार्नर आईपीएल में शानदार लय में हैं। उन्होंने दो अर्धशतक के साथ एक नाबाद शतकीय पारी भी खेली है।
पठान ने पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘एक सफल बल्लेबाज वह है जो बड़े मैच में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद फिर अगले मैच में भी शानदार प्रदर्शन को दोहराये। वार्नर में आक्रामकता भरी हुई है जो उन्हें अच्छा करने के लिए प्रेरित करती है। लगभग एक साल तक खेल से दूर रहने के बाद भी यह उनके बल्लेबाजी में भी दिख रहा है। यही आक्रामकता उन्हें खतरनाक बल्लेबाज बनाती है।’’
पठान ने कहा, ‘‘ वह एकाग्र और अच्छा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्हें बल्लेबाजी करते देखने में मजा आता है। यह हमारे लिए अच्छा है। विश्व कप से पहले वार्नर का ऐसा प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के लिए भी अच्छा हैं।’’
आईपीएल के लिए खुद की तैयारी के बारे में पूछे जाने पर पठान ने कहा कि घरेलू मैचों में वह लगातार खेलते रहे।
पठान ने कहा, ‘‘ आईपीएल में आने से पहले मैंने कई घरेलू टूर्नामेंटों में खेला है। सैयद मुश्ताक अली, विजय हजारे जैसे टूर्नामेंटों के अलावा पूरे सत्र में लगातार मैच होते रहे। पूरे सत्र में लगातार खेलने से मैच अभ्यास में मदद मिलती है। यह फायदेमंद है।’’
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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