भाजपा संस्थापक लालकृष्ण आडवाणी की टिप्पणी ने भाजपा व मोदी सरकार के विरोधियों को हमला करने का मौका दे दिया है। इस पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को ट्वीट करते हुए कहा कि आडवाणी की टिप्पणी जनता के लिए संदेश है कि ऐसी पार्टी को फिर से सत्ता में लौटने का कोई हक नहीं।उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भाजपा के स्थापना दिवस पर आडवाणी की चुभती हुई टिप्पणी भाजपा व पीएम मोदी की नीतियों व कार्यकलापों पर एक अविश्वास प्रस्ताव की तरह है।
आपको बता दें कि आडवाणी ने पार्टी की स्थापना दिवस के कुछ दिन पहले ही ब्लॉग लिखकर अपने विचारों को साझा किया था। उन्होंने लिखा कि 'देश की सेवा करना मेरा पैशन और मिशन रहा है। देश पहले, फिर पार्टी और उसके बाद मैं। हमारी भारतीय राष्ट्रवाद की तरह हमने भी राजनीतिक रूप से अलग विचार रखने वालों को देशविरोधी नहीं माना है। हमारी पार्टी हर नागरिक के चुनने की आजादी को लेकर प्रतिबद्ध है। अपने उदय के समय से ही भाजपा ने अपने राजनीतिक विरोधियों को अपना दुश्मन नहीं माना है बल्कि विपक्षी के तौर पर देखा है।'
गौरतलब है कि आडवाणी गांधी नगर से लोकसभा सांसद हैं लेकिन इस बार उनका टिकट काट दिया गया है। इस सीट के लिए अमित शाह ने पर्चा दाखिल कर दिया है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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