लखनऊ 20 मार्च 2019, भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि देश और प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सजग सरकार है, इसलिए अपराध, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, भाई-भतीजावाद, आतंकवाद, अलगाववाद व सांप्रदायिकता को संरक्षण देने वाले विपक्ष का खेमा यह मान चुका है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी दाल नहीं गलने वाली है। जनता द्वारा मोदी जी के समर्थन में स्वयं को गर्व से चैकीदार कहने से अपनी सुनिश्चित हार देखते हुये विपक्ष अब देश की ईमानदार जनता और चैकीदार पर अपमानजनक तंज कसते है तथा चुनाव मैदान छोड़कर भागते है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरीशचंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि बसपा सुप्रीमों मायावती जी चार बार मुख्यमंत्री रही है और अनुभवी नेता हैं, इसलिए सम्भवतः वो इस निष्कर्ष पर पहुंच चुकी हैं कि चुनाव में उनकी स्वयं की हार भी सुनिश्चित है। सुनिश्चित हार को देखकर अवैध रूप से करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित करने के मामले की अभियुक्त मायावती सहित विपक्षी दलों घबराहट है। इसलिए वे न केवल प्रधानमंत्री मोदी पर व्यक्तिगत आक्षेप लगा रहे हैं, बल्कि सम्मानित जनता के लोकतांत्रिक अधिकार व विवेक को भी अपमानित कर रहे हैं।
श्रीवास्तव ने कहा कि देश के सजग चैकीदार मोदी जी और प्रदेश के चैकीदार योगी जी के सुशासन व भ्रष्टाचारमुक्त सरकार, जनसशक्तिकरण की नीतियों और लोकसमृद्धि की योजनाओं के कारण अब जनता अपराध व भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाले उस सपा, बसपा, कांग्रेस व विपक्षी दलों व उनके नेताओं को अवसर नहीं देने वाली, जो देश में मजबूर सरकार बनवाकर अपने भ्रष्टाचार के महल बनवाने और जनशोषण के हथियार को पुनः हासिल करने का मंसूबा पाले हुये हैं।
उन्होंने कहा कि एक ओर जहां प्रधानमंत्री द्वारा खुद को देश का चैकीदार कहने के बाद देश का गरीब, वंचित, दलित-पिछड़ा, किसान, नौजवान, महिला, वंचित, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील सहित सभी वर्गों की जनता ने स्वयं को गर्व से चैकीदार कहना शुरू कर दिया है, वहीं नकारात्मक राजनीति करने वाला विपक्ष चैकीदारों का अपमान करते हुये जनता की ईमानदारी पर सवाल उठा रहा है। देश की सम्मानित जनता ने मोदी सरकार द्वारा पांच साल में सशक्त भारत समृद्ध भारत का साकार करते हुये देखा है और फिर से देश में मोदी जी के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत वाली भाजपा नीत एनडीए सरकार बनाने का बीड़ा उठाया है।
वक़्फ़ संशोधन बिल के विरोधियों को लखनऊ पुलिस द्वारा भेजा गया नोटिस असंवैधानिक, सुप्रीम कोर्ट ले एक्शन- शाहनवाज़ आलम
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल 2025 . कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ विचार रखने वाले नागरिकों के संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आज़ादी और विरोध करने के मौलिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने फैसलों की अवमानना पर स्वतः संज्ञान लेकर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाई की मांग की है. शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि लखनऊ के कई नागरिकों को लखनऊ पुलिस द्वारा उनकी तरफ से वक़्फ़ संशोधन विधेयक के खिलाफ़ होने वाले संभावित प्रदर्शनों में शामिल होने का अंदेशा जताकर उन्हें नोटिस भेजा गया है. जबकि अभी नागरिकों की तरफ से कोई विरोध प्रदर्शन आयोजित हुआ भी नहीं है. सबसे गम्भीर मुद्दा यह है कि इन नोटिसों में नागरिकों को अगले एक साल तक के लिए उनसे शांति भंग का खतरा बताते हुए 50 हज़ार रुपये भी जमा कराने के साथ इतनी धनराशि की दो ज़मानतें भी मांगी जा रही हैं. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि यूपी पुलिस यह कैसे भूल सकती है कि उसकी यह कार्यवाई संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन है जो नागर...
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