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रामपुर की सियासत के किंग खान आजम खान से टक्कर लेने को फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा आखिर बनी चौकीदार


 


 



रिपोर्टर्स डाइजेस्ट रामपुर ब्यूरो


रामपुर - दोबारा सत्ता में आने के लिए बेचैन भारतीय जनता पार्टी एक भी सीट पर कोई कसर छोड़ना नहीं चाहती ऐसे में उत्तर प्रदेश की वीआईपी सीट माने जाने वाले रामपुर से समाजवादी पार्टी द्वारा वरिष्ठ मुस्लिम लीडर आजम खान को टिकट दिए जाने के बाद रामपुर से चुनाव लड़ाने के लिये भाजपा को एक चमत्कारी चेहरे की तलाश थी।


यूं तो रामपुर से भारतीय जनता पार्टी का टिकट मांगने वालों की एक लंबी लाइन थी जिसमें वर्तमान सांसद नेपाल सिंह के बेटे सौरभ पाल सिंह  टिकट के लिए पूरी तरह आश्वस्त थे क्योंकि उन्हें महामहिम राज्यपाल राजस्थान कल्याण सिंह जी की सिफारिश पर पूरा भरोसा था।
रामपुर से सटे मुरादाबाद जिले की तहसील कुंदरकी से दो बार भाजपा के टिकट पर विधायकी का चुनाव लड़ने वाले ठाकुर रामवीर सिंह पिछले कई माह से रामपुर जिले में गांव गांव जाकर सीएसआर फंड के पैसे से गरीबों में कंबल सिलाई मशीनें सोलर लालटेन वगैरह बांट कर समाज सेवा करने में जुटे थे उन्हें अपनी सोशल वर्क और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में ठाकुर नेताओं से करीबी रिश्तो पर पूरा भरोसा था की रामपुर से भाजपा का टिकट उनको ही मिलने वाला है।
पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सीनियर लीडर शिव बहादुर सक्सेना के बेटे आकाश सक्सेना उर्फ हनी को भी भाजपा का टिकट पाने का पूरा भरोसा था क्योंकि पिछले कई माह से वह लगातार आजम खान को निशाने पर लिए हुए थे। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के आने के बाद शासन-प्रशासन से लेकर उच्च न्यायालय तक आजम खान के खिलाफ कार्रवाई कराने के लिए जुटे रहने वाले आकाश सक्सेना को उस समय उम्मीद जागी जब उर्दू गेट को गिराने, आजम खान के जोहर ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे रामपुर पब्लिक स्कूल से भवन खाली कराने, जौहर यूनिवर्सिटी के पास बने हुए गेस्ट हाउस पर सरकारी कब्जा करने जैसी कार्रवाइयों की गई। इन्हीं कार्रवाइयों के भरोसे आकाश सक्सेना उर्फ हनी रामपुर से भाजपा का टिकट पक्का मान रहे थे।
इन सब पर भारी सिफारिश थी केंद्र सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की जो कि उन्होंने खुद अपनी पत्नी सीमा नकवी के लिए की थी वह इस चुनाव में अपनी पत्नी को रामपुर से चुनाव लड़ाना चाहते थे।
फिर भी तमाम उम्मीदवारों को दरकिनार करते हुए रामपुर से दो बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद रही जयाप्रदा भारतीय जनता पार्टी की चुनाव समिति की पहली पसंद साबित हुईं। जयप्रदा अभी तक भाजपा में शामिल भी नहीं हुई थी कि चर्चा में उनका नाम सबसे ऊपर था। सोशल मीडिया पर उठ रहे तूफान की माने तो फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा का भाजपा का दामन थामना तय है । जल्दी ही वह चौकीदार की भूमिका में होंगी और रामपुर से आजम खान से दो-दो हाथ करने को तैयार हैं ।


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